बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: दीपक चतुर्वेदी
Updated Thu, 11 Nov 2021 02:57 PM IST
नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म लॉन्च किया। इसके माध्यम से विमानन नियामक डीजीसीए पायलट लाइसेंसिंग और मेडिकल जांच सहित अपनी 298 सेवाएं मुहैया कराएगा।
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ई-जीसीए में कई सुविधाएं
सिंधिया ने यहां ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ई-जीसीए लॉन्च करने के बाद संबोधित करते हुए कहा कि इस प्लेटफॉर्म पर 298 सेवाएं शुरू की जा चुकी हैं। इनमें से पहले दो चरण में 99, जबकि अगले दो चरणों में 198 सेवाएं शुरू की गईं। पहले चरणों में शुरू की गईं 99 सेवाओं में 70-75 प्रतिशत पायलट लाइसेंसिंग, चिकित्सा जांच, उड़ान प्रशिक्षण संगठनों को अनुमति देना और क्षेत्रीय कार्यालयों को मुख्यालय से जोड़ने से संबंधित हैं। नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि अगले दो चरणों में शुरू की गईं सेवाओं में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) की शेष 30 प्रतिशत सेवाएं शामिल हैं।
ईजीसीए को बताया डीजीसीए का पुनर्जन्म
ज्योतिरादित्य सिंधिया के अनुसार, कई मायनों में ई-जीसीए डीजीसीए का पुनर्जन्म है। उन्होंने कहा कि पुरानी व्यवस्था में पायलटों की चिकित्सा जांच एक बहुत ही बोझिल और समय खपाने वाली प्रक्रिया हुआ करती थी। यह प्रक्रिया जो पहले एक महीने या उससे अधिक समय लेती थी, ई-जीसीए में 2 से 4 दिनों में पूरी हो जाएगी।
विस्तार
नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म लॉन्च किया। इसके माध्यम से विमानन नियामक डीजीसीए पायलट लाइसेंसिंग और मेडिकल जांच सहित अपनी 298 सेवाएं मुहैया कराएगा।
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ई-जीसीए में कई सुविधाएं
सिंधिया ने यहां ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ई-जीसीए लॉन्च करने के बाद संबोधित करते हुए कहा कि इस प्लेटफॉर्म पर 298 सेवाएं शुरू की जा चुकी हैं। इनमें से पहले दो चरण में 99, जबकि अगले दो चरणों में 198 सेवाएं शुरू की गईं। पहले चरणों में शुरू की गईं 99 सेवाओं में 70-75 प्रतिशत पायलट लाइसेंसिंग, चिकित्सा जांच, उड़ान प्रशिक्षण संगठनों को अनुमति देना और क्षेत्रीय कार्यालयों को मुख्यालय से जोड़ने से संबंधित हैं। नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि अगले दो चरणों में शुरू की गईं सेवाओं में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) की शेष 30 प्रतिशत सेवाएं शामिल हैं।
ईजीसीए को बताया डीजीसीए का पुनर्जन्म
ज्योतिरादित्य सिंधिया के अनुसार, कई मायनों में ई-जीसीए डीजीसीए का पुनर्जन्म है। उन्होंने कहा कि पुरानी व्यवस्था में पायलटों की चिकित्सा जांच एक बहुत ही बोझिल और समय खपाने वाली प्रक्रिया हुआ करती थी। यह प्रक्रिया जो पहले एक महीने या उससे अधिक समय लेती थी, ई-जीसीए में 2 से 4 दिनों में पूरी हो जाएगी।