{"_id":"638a99aa1769617c6f32c6af","slug":"after-corona-huge-increase-in-the-speed-of-personal-loans","type":"story","status":"publish","title_hn":"Personal Loan: लोगों ने एफडी पर लिया सर्वाधिक 43.4% कर्ज, कोरोना के बाद पर्सनल लोन लेने वालों की संख्या बढ़ी","category":{"title":"Business Diary","title_hn":"बिज़नेस डायरी","slug":"business-diary"}}
Personal Loan: लोगों ने एफडी पर लिया सर्वाधिक 43.4% कर्ज, कोरोना के बाद पर्सनल लोन लेने वालों की संख्या बढ़ी
अजीत सिंह, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: वीरेंद्र शर्मा
Updated Sat, 03 Dec 2022 06:25 AM IST
सार
लेटेस्ट अपडेट्स के लिए फॉलो करें
इंडस्ट्री में मध्यम कंपनियों के कर्ज में वृद्धि 31% से बढ़कर 35 फीसदी हो गई है। बड़ी कंपनियों की वृद्धि दर 0.4% से बढ़कर 10.9% रही। सूक्ष्म एवं छोटी कंपनियों का कर्ज 20.4% बढ़ा है जो एक साल पहले 14.6 फीसदी था।
कोरोना के बाद पर्सनल लोन की रफ्तार में भारी तेजी आई है। बैंकों के 129 लाख करोड़ रुपये के कर्ज में पर्सनल लोन का हिस्सा 31.4% है। इसमें भी दिलचस्प यह है कि लोगों ने एफडी के एवज में ज्यादा लोन लिया है। क्रेडिट कार्ड से कर्ज लेने में 28.4% की वृद्धि आई है। बैंक ऑफ बड़ौदा की रिपोर्ट के अनुसार, अक्तूबर, 2021 में कृषि लोन की वृद्धि दर 10.8% थी जो इस साल अक्तूबर में 13.6% रही है। इंडस्ट्री की वृद्धि 3.3 से बढ़कर 13.6% रही है। सेवाओं को दिए जाने वाले कर्ज में इस साल 22.5% की बढ़त रही जो एक साल पहले केवल 2.8% थी। पर्सनल लोन की वृद्धि दर 12.6% से बढ़कर 20.2% हो गई है।
इंडस्ट्री में मध्यम कंपनियों के कर्ज में वृद्धि 31% से बढ़कर 35 फीसदी हो गई है। बड़ी कंपनियों की वृद्धि दर 0.4% से बढ़कर 10.9% रही। सूक्ष्म एवं छोटी कंपनियों का कर्ज 20.4% बढ़ा है जो एक साल पहले 14.6 फीसदी था। सेवा क्षेत्र में सबसे ज्यादा बढ़त एनबीएफसी की रही है। पिछले साल इसमें केवल 1.4% की बढ़त थी जो अब 38 फीसदी है। रियल एस्टेट के कर्ज में 10.1% की बढ़त आई है जो पिछले साल 2.2 फीसदी की गिरावट में था।
अक्तूबर तक बैंकों के कर्ज में 17.9% की तेजी आई थी। एक साल पहले यह 6.8% थी। कुल लोन में विनिर्माण का 27.4% और सेवाओं का हिस्सा 27.6% है। कृषि का हिस्सा 13.2% है। इंडस्ट्री कर्ज में बड़ी कंपनियों का हिस्सा 76.5% है। पर्सनल सेगमेंट में सबसे ज्यादा हिस्सा हाउसिंग का है जो 49% है। 12 फीसदी हिस्सा वाहनों का है।
nबैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस कहते हैं, यदि लोग कम मूल्य की वस्तुओं की खरीद के लिए कर्ज ले रहे हैं या सोने के गहने या एफडी के एवज में कर्ज ले रहे हैं तो यह खपत की बदलती संस्कृति का संकेत है।
ऐसे बढ़ी उधारी की रफ्तार
सेगमेंट अक्तूबर, 2021 अक्तूबर, 2022
कंज्यूमर ड्यूरेबल 54.1 57.1
हाउसिंग 12.3 16.2
एफडी 7.5 43.4
क्रेडिट कार्ड 13.2 28.4
वाहन 10.1 22.1
(आंकड़े फीसदी में वृद्धि के हैं)
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।