Hindi News
›
Bihar
›
Former bihar cm jitan ram manjhi told tadi as natural juice nitish kumar news in hindi
{"_id":"6387862a59fc153e2b348170","slug":"former-bihar-cm-jitan-ram-manjhi-told-tadi-as-natural-juice-nitish-kumar-news-in-hindi","type":"story","status":"publish","title_hn":"Bihar: पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने ताड़ी को बताया नेचुरल जूस, कहा- इसे शराब की कैटेगरी से रखें बाहर","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Bihar: पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने ताड़ी को बताया नेचुरल जूस, कहा- इसे शराब की कैटेगरी से रखें बाहर
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पटना
Published by: शिव शरण शुक्ला
Updated Wed, 30 Nov 2022 10:04 PM IST
सार
लेटेस्ट अपडेट्स के लिए फॉलो करें
पूर्व सीएम ने कहा कि 'नीतीश कुमार अपनी जिद के पक्के हैं। वे जो करने की ठान लेते हैं, उसके लिए वे उतारू हो जाते हैं। वे इस पर भी ध्यान नहीं देते कि उनकी जिद का क्या परिणाम होगा। ताड़ी से लाखों लोगों का व्यापार और रोजगार जुडा हुआ है। इस पर बैन लगा दिया जाएगा तो इससे उनपर क्या प्रभाव पड़ेगा।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार को शराबबंदी नीति की समीक्षा करने और शराब का एक क्वार्टर (पव्वा) शराब पीने वालों को नहीं पकड़ने की सलाह देने वाले पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने एक बार फिर अजब बयान दिया है। उन्होंने राज्य में ताड़ी बंद करने को लेकर कहा कि ताड़ी बंद करने का कोई सवाल नहीं उठना चाहिए। इससे राज्य के लाखों लोगों को रोजगार मिलता है।
ताड़ी बंद करने को लेकर क्या बोले पूर्व सीएम जीतनराम मांझी
ताड़ी बंद करने को लेकर चल रही चर्चाओं पर राज्य के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ताड़ी बंद करने का कोई सवाल नहीं उठना चाहिए। ताड़ी एक नेचुरल जूस है और इसको शराब की कैटेगरी में रखना ही नहीं चाहिए। इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर भी निशाना साधते हुए उनकी शराबबंदी की नीति पर सवाल खड़े किए। पूर्व सीएम ने कहा कि 'नीतीश कुमार अपनी जिद के पक्के हैं। वे जो करने की ठान लेते हैं, उसके लिए वे उतारू हो जाते हैं। वे इस पर भी ध्यान नहीं देते कि उनकी जिद का क्या परिणाम होगा। ताड़ी से लाखों लोगों का व्यापार और रोजगार जुडा हुआ है। इस पर बैन लगा दिया जाएगा तो इससे उनपर क्या प्रभाव पड़ेगा।
#WATCH ताड़ी बंद करने का कोई सवाल नहीं उठना चाहिए। ताड़ी एक नेचुरल जूस है और इसको शराब की कैटेगरी में रखना ही नहीं चाहिए। इसमें लाखों लोगों का व्यापार और रोजगार छिपा हुआ है: बिहार में शराबबंदी पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, पटना pic.twitter.com/2YbkfPLfvl
पहले भी दे चुके हैं सलाह
ये पहली बार नहीं है जब पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने बिहार सरकार की शराब बंदी की नीति पर सवाल खड़े किए हो। इससे पहले उन्होंने इसकी आलोचना करते हुए कहा था कि बिहार में शराबंबदी की वजह से जेलें भर गई हैं। पूर्व सीएम मांझी ने बिहार में शराबबंदी कानून की समीक्षा की मांग करते हुए कहा कि पुलिस शराबियों की पहचान करने वाली ब्रिथ एनेलाइजर मशीन भी गलत बता देती हैं। राज्य की जेलों में अवैध शराब से जुड़े मामलों में 70 फीसदी लोग ऐसे हैं, जो सिर्फ 500 एमएल (अध्धा) या 250 एमएल (पव्वा) पीते हुए पकड़े गए हैं। जो 125 या 250 एमएल (एक क्वार्टर) शराब पीते हैं, उन्हें जेलों में नहीं डाला जाना चाहिए।
नीतीश दे रहे ताड़ी का व्यवसाय छोड़ने वालों को प्रोत्साहन
देसी शराब और ताड़ी के धंधे को छोड़कर लोग गाय पालन, बकरी पालन, मुर्गीपालन, शहद उत्पादन आदि छोटे व्यवसाय की ओर अग्रसर हों, सीएम नीतीश कुमार इसमें लगे हुए हैं। वे इसके लिए एक लाख रुपये तक की मदद भी दे रहे हैं। हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने बताया था कि सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत 1 लाख 47 हजार परिवारों ने इसका लाभ उठाया है।
विज्ञापन
विज्ञापन
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
विज्ञापन
विज्ञापन
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।