दोपहिया वाहन निर्माताओं को अक्तूबर 2021 की तुलना में नवंबर के महीने में उत्पादन में 20 से 35 प्रतिशत की कटौती की आशंका है। त्योहारी सीजन बाजार में उत्साह लाने में नाकाम रहा क्योंकि मांग कमजोर थी। अब डीलरशिप के पास बिनी बिकी हुई काफी बड़ी इन्वेंट्री बची है। जिसकी वजह से निर्माताओं को अपने उत्पादन को कम करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
नवंबर महीने के लिए उद्योग का उत्पादन 2012 के बाद से सबसे कम होने का अनुमान है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कुल उत्पादन घटकर 1.35 से 1.40 मिलियन यूनिट्स रह सकता है। दिसंबर में स्थिति जारी रह सकती है, जिससे वित्त वर्ष 2022 में टू-व्हीलर मार्केट सिकुड़ जाएगा।
फेस्टिव सीजन में कमजोर रही मांग
त्योहारी सीजन के दौरान हीरो मोटोकॉर्प ने बिक्री में दो अंकों की कम गिरावट दर्ज की। हालांकि, कंपनी को उम्मीद है कि आगामी शादी के सीजन के दौरान मांग में तेजी आएगी। हीरो मोटोकॉर्प के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी ने सितंबर के मुकाबले अक्तूबर में डिलीवरी में क्रमिक बढ़ोतरी देखी है। त्योहारी सीजन का पहला चरण जहां धीमा था, वहीं दूसरे चरण में मांग में तेजी देखी गई।
रिपोर्ट के अनुसार, टीवीएस मोटर के प्रवक्ता ने कहा कि फेस्टिव सीजन के दौरान दोपहिया वाहनों की मांग में नरमी रही। प्रवक्ता ने कहा कि पिछले दो वर्षों में कीमतों में 40 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी ने ग्रामीण और शहरी भारत में कई संभावित ग्राहकों के खरीदारी के फैसले पर असर डाला है।
ग्राहकों की चेतावनी का संकेत
रिपोर्ट के मुताबिक होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया और बजाज ऑटो ने टिप्पणी मांगने वाले ईमेल का जवाब नहीं दिया। रेटिंग फर्म ICRA ने कहा कि सुस्त बिक्री और डीलरशिप पर हाई इन्वेंट्री को देखते हुए, वित्त वर्ष 22 के बाकी हिस्सों में थोक मात्रा में मामूली सुधार हो सकता है।
ऐसी आशंका है कि वित्त वर्ष 2022 में बाजार में 1 से 4 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है। क्योंकि उद्योग के लिए हाल के वर्षों में सबसे खराब त्योहारी साल रहा है, जो डिमांड पिरामिड के निचले हिस्से में उपभोक्ता की चेतावनी का संकेत देता है।
वर्ष के दौरान कीमतों में बढ़ोतरी और पेट्रोल की रिकॉर्ड कीमतों ने उपभोक्ताओं को डीलरशिप से दूर रखा है। संभवत: कृषि क्षेत्र में नरमी के कारण, ग्रामीण मांग शहरी क्षेत्र से पिछड़ गई है।
विस्तार
दोपहिया वाहन निर्माताओं को अक्तूबर 2021 की तुलना में नवंबर के महीने में उत्पादन में 20 से 35 प्रतिशत की कटौती की आशंका है। त्योहारी सीजन बाजार में उत्साह लाने में नाकाम रहा क्योंकि मांग कमजोर थी। अब डीलरशिप के पास बिनी बिकी हुई काफी बड़ी इन्वेंट्री बची है। जिसकी वजह से निर्माताओं को अपने उत्पादन को कम करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
नवंबर महीने के लिए उद्योग का उत्पादन 2012 के बाद से सबसे कम होने का अनुमान है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कुल उत्पादन घटकर 1.35 से 1.40 मिलियन यूनिट्स रह सकता है। दिसंबर में स्थिति जारी रह सकती है, जिससे वित्त वर्ष 2022 में टू-व्हीलर मार्केट सिकुड़ जाएगा।
फेस्टिव सीजन में कमजोर रही मांग
त्योहारी सीजन के दौरान हीरो मोटोकॉर्प ने बिक्री में दो अंकों की कम गिरावट दर्ज की। हालांकि, कंपनी को उम्मीद है कि आगामी शादी के सीजन के दौरान मांग में तेजी आएगी। हीरो मोटोकॉर्प के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी ने सितंबर के मुकाबले अक्तूबर में डिलीवरी में क्रमिक बढ़ोतरी देखी है। त्योहारी सीजन का पहला चरण जहां धीमा था, वहीं दूसरे चरण में मांग में तेजी देखी गई।
रिपोर्ट के अनुसार, टीवीएस मोटर के प्रवक्ता ने कहा कि फेस्टिव सीजन के दौरान दोपहिया वाहनों की मांग में नरमी रही। प्रवक्ता ने कहा कि पिछले दो वर्षों में कीमतों में 40 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी ने ग्रामीण और शहरी भारत में कई संभावित ग्राहकों के खरीदारी के फैसले पर असर डाला है।
ग्राहकों की चेतावनी का संकेत
रिपोर्ट के मुताबिक होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया और बजाज ऑटो ने टिप्पणी मांगने वाले ईमेल का जवाब नहीं दिया। रेटिंग फर्म ICRA ने कहा कि सुस्त बिक्री और डीलरशिप पर हाई इन्वेंट्री को देखते हुए, वित्त वर्ष 22 के बाकी हिस्सों में थोक मात्रा में मामूली सुधार हो सकता है।
ऐसी आशंका है कि वित्त वर्ष 2022 में बाजार में 1 से 4 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है। क्योंकि उद्योग के लिए हाल के वर्षों में सबसे खराब त्योहारी साल रहा है, जो डिमांड पिरामिड के निचले हिस्से में उपभोक्ता की चेतावनी का संकेत देता है।
वर्ष के दौरान कीमतों में बढ़ोतरी और पेट्रोल की रिकॉर्ड कीमतों ने उपभोक्ताओं को डीलरशिप से दूर रखा है। संभवत: कृषि क्षेत्र में नरमी के कारण, ग्रामीण मांग शहरी क्षेत्र से पिछड़ गई है।