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अमेरिका ने अपनी संयुक्त राष्ट्र में मौजूद राजदूत कैली क्राफ्ट का ताइवान दौरा अचानक रद्द कर दिया है। चीनी विरोध के चलते अहम माने जा रहे इस दौरे को लेकर माना जा रहा है कि ट्रंप प्रशासन ने यह कदम सत्ता हस्तांतरण के चलते यह कदम उठाया गया है। उनके साथ विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के बेल्जियम दौरे समेत सभी वरिष्ठ अधिकारियों के अन्य दौरे रद्द कर दिए गए हैं।
कैली क्राफ्ट का ताइवान दौरा बुधवार से तीन दिन का था जिसे लेकर चीन ने कड़ी चेतावनी दी थी। हालांकि चीन ने केली का दौरा रद होने पर कुछ कहने से इनकार किया है। ताइवान मामलों के प्रवक्ता झू फेंगलिन ने कहा, हमारा रुख एकदम स्पष्ट है कि हम अमेरिका-ताइवान के बीच सभी तरह के आदान-प्रदान का विरोध करते हैं।
अमेरिकी सत्ता में आने के बाद ट्रंप प्रशासन इस द्वीपीय क्षेत्र के साथ संबंधों को बढ़ावा दे रहा था। हालांकि ताइवान को अपना क्षेत्र मानने वाले चीन को अमेरिका का यह रवैया पसंद नहीं है। वह इसे अपने अंदरूनी मामलों में दखल मानता है। ताइवान की सरकार ने अमेरिका के इस फैसले के लिए समझ और सम्मान के साथ अफसोस भी जताया।
अमेरिका ने अपनी संयुक्त राष्ट्र में मौजूद राजदूत कैली क्राफ्ट का ताइवान दौरा अचानक रद्द कर दिया है। चीनी विरोध के चलते अहम माने जा रहे इस दौरे को लेकर माना जा रहा है कि ट्रंप प्रशासन ने यह कदम सत्ता हस्तांतरण के चलते यह कदम उठाया गया है। उनके साथ विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के बेल्जियम दौरे समेत सभी वरिष्ठ अधिकारियों के अन्य दौरे रद्द कर दिए गए हैं।
कैली क्राफ्ट का ताइवान दौरा बुधवार से तीन दिन का था जिसे लेकर चीन ने कड़ी चेतावनी दी थी। हालांकि चीन ने केली का दौरा रद होने पर कुछ कहने से इनकार किया है। ताइवान मामलों के प्रवक्ता झू फेंगलिन ने कहा, हमारा रुख एकदम स्पष्ट है कि हम अमेरिका-ताइवान के बीच सभी तरह के आदान-प्रदान का विरोध करते हैं।
अमेरिकी सत्ता में आने के बाद ट्रंप प्रशासन इस द्वीपीय क्षेत्र के साथ संबंधों को बढ़ावा दे रहा था। हालांकि ताइवान को अपना क्षेत्र मानने वाले चीन को अमेरिका का यह रवैया पसंद नहीं है। वह इसे अपने अंदरूनी मामलों में दखल मानता है। ताइवान की सरकार ने अमेरिका के इस फैसले के लिए समझ और सम्मान के साथ अफसोस भी जताया।