पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
अगले सप्ताह दिल्ली में भारत-अमेरिका रक्षा तकनीक एवं कारोबार इनिशिएटिव (डीटीटीआई) की 9वीं बैठक होनी है। इससे ठीक पहले शनिवार को अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने कहा कि इस साल के अंत तक दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रक्षा कारोबार 18 अरब डॉलर तक पहुंचने की संभावना है।
रक्षा खरीद एवं प्रमाणन उपमंत्री एलेन एम लॉर्ड ने कहा कि भारत और अमेरिका की सेनाओं के बीच संबंध व सहयोग को आगे बढ़ाते हुए वाशिंगटन नई दिल्ली के साथ अपनी साझेदारी मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने पेंटागन में संवाददाताओं से कहा, ‘द्विपक्षीय रक्षा कारोबार जो कि 2008 में शुरुआत शून्य पर था, उसके इस साल के अंत तक 18 अरब डॉलर पर पहुंचने की संभावना है।’ लॉर्ड दिल्ली में अगले सप्ताह होने वाली डीटीटीआई की बैठक की सह अध्यक्षता करेंगी। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने पिछले साल भारत को इंडिया स्ट्रैटेजिक ट्रेड अथॉरिटी टियर1 का दर्जा दिया था, जो कि भारत को नाटो सहयोगी जापान, दक्षिण कोरिया और ऑस्ट्रेलिया जितने ही अधिकार देता है।
भारत को रिश्ते में तवज्जो दे रहा अमेरिका
एलेन एम लॉर्ड ने कहा कि जैसा अमेरिकी रक्षा विभाग डीटीटीआई के लिए रहता है, वैसे ही मैं अपने भारतीय प्रमुख रक्षा साझेदार के साथ काम जारी रखने के लिए उत्साहित हूं। उन्होंने कहा कि ऐसा दर्जा मिलने के बाद अमेरिकी कंपनियां सीधे तौर पर भारत को उच्च तकनीक वाले हथियार मुहैया करा सकती हैं। इन सभी उदाहरणों से पता चलता है कि अमेरिका हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत के साथ रिश्तों पर खासा तवज्जो दे रहा है।
अगले सप्ताह दिल्ली में भारत-अमेरिका रक्षा तकनीक एवं कारोबार इनिशिएटिव (डीटीटीआई) की 9वीं बैठक होनी है। इससे ठीक पहले शनिवार को अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने कहा कि इस साल के अंत तक दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रक्षा कारोबार 18 अरब डॉलर तक पहुंचने की संभावना है।
रक्षा खरीद एवं प्रमाणन उपमंत्री एलेन एम लॉर्ड ने कहा कि भारत और अमेरिका की सेनाओं के बीच संबंध व सहयोग को आगे बढ़ाते हुए वाशिंगटन नई दिल्ली के साथ अपनी साझेदारी मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने पेंटागन में संवाददाताओं से कहा, ‘द्विपक्षीय रक्षा कारोबार जो कि 2008 में शुरुआत शून्य पर था, उसके इस साल के अंत तक 18 अरब डॉलर पर पहुंचने की संभावना है।’ लॉर्ड दिल्ली में अगले सप्ताह होने वाली डीटीटीआई की बैठक की सह अध्यक्षता करेंगी। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने पिछले साल भारत को इंडिया स्ट्रैटेजिक ट्रेड अथॉरिटी टियर1 का दर्जा दिया था, जो कि भारत को नाटो सहयोगी जापान, दक्षिण कोरिया और ऑस्ट्रेलिया जितने ही अधिकार देता है।
भारत को रिश्ते में तवज्जो दे रहा अमेरिका
एलेन एम लॉर्ड ने कहा कि जैसा अमेरिकी रक्षा विभाग डीटीटीआई के लिए रहता है, वैसे ही मैं अपने भारतीय प्रमुख रक्षा साझेदार के साथ काम जारी रखने के लिए उत्साहित हूं। उन्होंने कहा कि ऐसा दर्जा मिलने के बाद अमेरिकी कंपनियां सीधे तौर पर भारत को उच्च तकनीक वाले हथियार मुहैया करा सकती हैं। इन सभी उदाहरणों से पता चलता है कि अमेरिका हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत के साथ रिश्तों पर खासा तवज्जो दे रहा है।