6 अगस्त और 9 अगस्त, ये दो तारीखें दुनिया की सबसे भयावह त्रासदी के नाम से दर्ज हैं। आज से 72 साल पहले अमेरिका ने एक फैसला लिया था और उसका दर्द आज तक रह रहकर रिसता है। दुनिया का एक मात्र ऐसा देश जिसने तीन दिन के भीतर दो एटम बमों के हमले को देखा और आजतक महसूस कर रहा है।