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गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में इस बार कई बड़े बदलाव देखे जा रहे हैं इन बदलावों की चर्चा देशभर में हो रही है। सबसे बड़े बदलाव की यदि बात करें तो वो है कि अब से हर साल गणतंत्र दिवस का जश्न 24 जनवरी की जगह 23 जनवरी से मनाया जाएगा। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयन्ती यानि 23 जनवरी से अब गणतंत्र दिवस का जश्न शुरु होगा जो 30 जनवरी तक चलेगा। इसके साथ ही इस दिन को पराक्रम दिवस के रुप में मनाया जाएगा। इस बड़े बदलाव के साथ ही कई और बड़े बदलाव इस साल देखे जाएंगे
गणतंत्र दिवस के मौके पर होने वाली परेड में कोई भी विदेशी मेहमान मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल नहीं होंगे। इस बात की जानकारी केंद्र सरकार से जुड़े सूत्रों के हवाले से मिली है। सरकारी सूत्रों ने कहा है कि कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष गणतंत्र दिवस पर मध्य एशियाई देशों से कोई विदेशी मुख्य अतिथि नहीं होगा।
इस वर्ष गणतंत्र दिवस की आमंत्रितों की सूची में निर्माण श्रमिक, सफाई कर्मचारी, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ता और ऑटो-रिक्शा चालक शामिल हैं। इसका उद्देश्य समाज के प्रत्येक व्यक्ति को अवसर देना है। इस साल गणतंत्र दिवस के निमंत्रण कार्ड में औषधीय बीज हैं। आयोजन के बाद, इसे फूल के गमले या बगीचे में बोया जा सकता है।
राजपथ पर 600 युवा कलाकार देंगे प्रस्तुति देंगे। इस वर्ष राजपथ पर प्रस्तुति देने वाले कुल 600 युवा कलाकारों का चयन रक्षा मंत्रालय और संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित राष्ट्रव्यापी प्रतियोगिता 'वंदे भारतम' के माध्यम से किया गया
पहली बार बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम के दौरान 1000 ड्रोन प्रदर्शन करेंगे।रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया कि आईआईटी-दिल्ली के स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए पहली बार बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम के दौरान 1000 ड्रोन प्रदर्शन करेंगे। चीन, रूस और ब्रिटेन के बाद ड्रोन शो करने वाला चौथा देश होगा भारत।
इसके अलावा इस बार कई राज्यों में की झांकियां कार्यक्रम में नजर नहीं आएंगी। इस बार सिर्फ 12 राज्यों की ही झांकियां दिखाई देगीं।
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