चार साल तक बंद रहने के बाद इस बार सितारगंज मिल का उद्घाटन तो कर दिया गया, लेकिन आज तक मिल का संचालन नहीं हुआ, जिससे अब किसानों का धैर्य जवाब देने लगा है। मिल प्रबंधन ने तकनीकी खराबी का हवाला देते हुए किसानों से मिल में गन्ना न लाने का अनुरोध किया है। नोटिस चस्पा होते ही किसानों में आक्रोश फूट पड़ा। उन्होंने प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की।
दि किसान सहकारी चीनी मिल चालू न होने से अब मिल प्रबंधन की ओर से गन्ना किच्छा चीनी मिल को डायवर्ट किया जा रहा है। सप्ताह भर बाद भी मिल की खराबी ठीक न होने से क्रय केंद्रों पर डंप गन्ने को मिल प्रबंधन ने किच्छा चीनी मिल भेजना शुरू कर दिया है।
मिल प्रबंधन के अनुसार सितारगंज व खटीमा ब्लॉक क्षेत्र से तकरीबन 22 लाख क्विंटल गन्ने की खरीद का लक्ष्य है। पिछले एक सप्ताह में करीब 50 हजार क्विंटल गन्ना क्रय केंद्रों व चीनी मिल पर लेकर किसान पहुंचे हैं, लेकिन मिल के कभी बॉयलर तो कभी टरबाइन में खराबी आने के कारण अभी तक उत्पादन शुरू नहीं हो सका है। ऐसे में मिल प्रबंधन अब खरीदे गए गन्ने को किच्छा चीनी मिल डायवर्ट कर रहा है। इसके अलावा क्रय केंद्रों पर खरीद भी अभी बंद कर रखी है।
जीएम आरके सेठ ने बताया कि मरम्मत का काम होना है। दो दिसंबर को गन्ना एकत्रित होने पर पेराई का काम शुरु किया। लेकिन चार दिसंबर की रात को बॉयलर में कमी से प्लांट बंद कर दिया गया। ईंधन खत्म हो गया है। बगास भी नहीं है जिसे यूपी से खरीदने के लिए मिल अधिकारियों को भेजा गया है। पाइप लाइन में जो बगास आ रही है। उससे प्लांट को शुरू कर रखा है।
कल तक मिल सुचारू न हुई तो देंगे धरना : विर्क
सितारगंज। तराई किसान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष तजिंदर सिंह विर्क समेत तमाम किसान चीनी मिल पहुंचे और मिल चालू न होने पर गहरा रोष जताया। विर्क ने कहा कि चीनी मिल चलाने के लिए नारियल तो फूट गया, लेकिन लोगों की किस्मत अभी भी फूटी है। मिल नहीं चली। आरोप लगाया कि करीब 19 करोड़ रुपये ठिकाने लगाने का काम किया जा रहा है। मिल प्रबंधन की ओर से बाहर से सस्ते में गन्ना लेकर डंप किया जा रहा है।
स्थानीय किसान लाइन में खड़े हैं। घोटाला नहीं होने दिया जाएगा। 377 दिन गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे हैं तो यहां भी 90 दिन बैठ सकते हैं। किसानों के साथ हेराफेरी नहीं होने देंगे। मिल पर टैंट लगाना पड़ा तो टैंट भी लगा देंगे। उन्होंने कहा कि सेंटर किच्छा की तरफ डायवर्ट कर दिए, लेकिन चीनी मिल गेट के किसान परेशान हैं। गन्ना खेतों में छिला पड़ा है। जिससे गन्ना सूख रहा है। नौ दिसंबर तक मिल न चली तो धरना देंगे। भारतीय किसान यूनियन (स्वराज) के प्रदेश अध्यक्ष सुखवंत सिंह भुल्लर ने मिल प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। कहा कि मिल प्रशासन पूर्व में मिल में काम करने वाले तकनीकी कर्मचारियों की सेवाएं लेती तो आज ये दिक्कतें न आतीं।
किसानों के साथ कांग्रेसियों ने भी किया प्रदर्शन
सितारगंज। कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पूर्व विधायक नारायण पाल ने किसानों के साथ प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि 29 सितंबर को सीएम के मिल का शुभारंभ करने के बाद भी अभी तक नहीं चली। कई दिन से किसान ट्रॉलियां लेकर खड़े हैं। किसान निराश व हताश हैं। उन्होंने जीएम आरके सेठ के समक्ष नाराजगी जताई। कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष करन जंग ने कहा कि किसानों का शोषण हो रहा है। नौ दिसंबर तक मिल सुचारु रूप से न चली तो धरना प्रदर्शन कर आंदोलन किया जाएगा। वहां जिला पंचायत सदस्य उत्तम आचार्य, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष करन जंग, मुख्त्यार अंसारी, सर्वजीत सिंह, गुरप्रीत सिंह विक्की, गंगासागर, पूरन चौहान, आकाश अंसारी आदि थे।
जीएम के खिलाफ भड़के कांग्रेसी
सितारगंज। जीएम आरके सेठ जब मिल पहुंचे तो उन्होंने पूर्व विधायक की बात सुनकर सीधे बोला कि कर्मकारों को हतोत्साहित मत करिए। उनका मनोबल बढ़ाइए। इस पर पूर्व विधायक उखड़ गए। उन्होंने मिल प्रबंधन पर किसानों को हतोत्साहित करने का आरोप लगाया। वहां मौजूद लोग भी नारेबाजी करने लगे। पाल ने क्षेत्र के किसान गन्ना खरीद न होने व मिल न चलने से हतोत्साहित हो रहे हैं। संवाद
सितारगंज चीनी मिल में सेंटर पर चस्पा गन्ना न लेने की सूचना।- फोटो : SITARGANJ
सितारगंज चीनी मिल में बंद पड़ा गन्ना सेंटर।- फोटो : SITARGANJ
सितारगंज चीनी मिल में चेन के पास लगा गन्ने का ढेर।- फोटो : SITARGANJ
सितारगंज चीनी मिल में गन्ना लेकर खड़े वाहनों का हाल दिखाते तराई किसान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्?- फोटो : SITARGANJ
सितारगंज चीनी मिल में पूर्व विधायक नारायण पाल के साथ प्रदर्शन करते लोग।- फोटो : SITARGANJ
चार साल तक बंद रहने के बाद इस बार सितारगंज मिल का उद्घाटन तो कर दिया गया, लेकिन आज तक मिल का संचालन नहीं हुआ, जिससे अब किसानों का धैर्य जवाब देने लगा है। मिल प्रबंधन ने तकनीकी खराबी का हवाला देते हुए किसानों से मिल में गन्ना न लाने का अनुरोध किया है। नोटिस चस्पा होते ही किसानों में आक्रोश फूट पड़ा। उन्होंने प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की।
दि किसान सहकारी चीनी मिल चालू न होने से अब मिल प्रबंधन की ओर से गन्ना किच्छा चीनी मिल को डायवर्ट किया जा रहा है। सप्ताह भर बाद भी मिल की खराबी ठीक न होने से क्रय केंद्रों पर डंप गन्ने को मिल प्रबंधन ने किच्छा चीनी मिल भेजना शुरू कर दिया है।
मिल प्रबंधन के अनुसार सितारगंज व खटीमा ब्लॉक क्षेत्र से तकरीबन 22 लाख क्विंटल गन्ने की खरीद का लक्ष्य है। पिछले एक सप्ताह में करीब 50 हजार क्विंटल गन्ना क्रय केंद्रों व चीनी मिल पर लेकर किसान पहुंचे हैं, लेकिन मिल के कभी बॉयलर तो कभी टरबाइन में खराबी आने के कारण अभी तक उत्पादन शुरू नहीं हो सका है। ऐसे में मिल प्रबंधन अब खरीदे गए गन्ने को किच्छा चीनी मिल डायवर्ट कर रहा है। इसके अलावा क्रय केंद्रों पर खरीद भी अभी बंद कर रखी है।
जीएम आरके सेठ ने बताया कि मरम्मत का काम होना है। दो दिसंबर को गन्ना एकत्रित होने पर पेराई का काम शुरु किया। लेकिन चार दिसंबर की रात को बॉयलर में कमी से प्लांट बंद कर दिया गया। ईंधन खत्म हो गया है। बगास भी नहीं है जिसे यूपी से खरीदने के लिए मिल अधिकारियों को भेजा गया है। पाइप लाइन में जो बगास आ रही है। उससे प्लांट को शुरू कर रखा है।
कल तक मिल सुचारू न हुई तो देंगे धरना : विर्क
सितारगंज। तराई किसान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष तजिंदर सिंह विर्क समेत तमाम किसान चीनी मिल पहुंचे और मिल चालू न होने पर गहरा रोष जताया। विर्क ने कहा कि चीनी मिल चलाने के लिए नारियल तो फूट गया, लेकिन लोगों की किस्मत अभी भी फूटी है। मिल नहीं चली। आरोप लगाया कि करीब 19 करोड़ रुपये ठिकाने लगाने का काम किया जा रहा है। मिल प्रबंधन की ओर से बाहर से सस्ते में गन्ना लेकर डंप किया जा रहा है।
स्थानीय किसान लाइन में खड़े हैं। घोटाला नहीं होने दिया जाएगा। 377 दिन गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे हैं तो यहां भी 90 दिन बैठ सकते हैं। किसानों के साथ हेराफेरी नहीं होने देंगे। मिल पर टैंट लगाना पड़ा तो टैंट भी लगा देंगे। उन्होंने कहा कि सेंटर किच्छा की तरफ डायवर्ट कर दिए, लेकिन चीनी मिल गेट के किसान परेशान हैं। गन्ना खेतों में छिला पड़ा है। जिससे गन्ना सूख रहा है। नौ दिसंबर तक मिल न चली तो धरना देंगे। भारतीय किसान यूनियन (स्वराज) के प्रदेश अध्यक्ष सुखवंत सिंह भुल्लर ने मिल प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। कहा कि मिल प्रशासन पूर्व में मिल में काम करने वाले तकनीकी कर्मचारियों की सेवाएं लेती तो आज ये दिक्कतें न आतीं।
किसानों के साथ कांग्रेसियों ने भी किया प्रदर्शन
सितारगंज। कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पूर्व विधायक नारायण पाल ने किसानों के साथ प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि 29 सितंबर को सीएम के मिल का शुभारंभ करने के बाद भी अभी तक नहीं चली। कई दिन से किसान ट्रॉलियां लेकर खड़े हैं। किसान निराश व हताश हैं। उन्होंने जीएम आरके सेठ के समक्ष नाराजगी जताई। कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष करन जंग ने कहा कि किसानों का शोषण हो रहा है। नौ दिसंबर तक मिल सुचारु रूप से न चली तो धरना प्रदर्शन कर आंदोलन किया जाएगा। वहां जिला पंचायत सदस्य उत्तम आचार्य, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष करन जंग, मुख्त्यार अंसारी, सर्वजीत सिंह, गुरप्रीत सिंह विक्की, गंगासागर, पूरन चौहान, आकाश अंसारी आदि थे।
जीएम के खिलाफ भड़के कांग्रेसी
सितारगंज। जीएम आरके सेठ जब मिल पहुंचे तो उन्होंने पूर्व विधायक की बात सुनकर सीधे बोला कि कर्मकारों को हतोत्साहित मत करिए। उनका मनोबल बढ़ाइए। इस पर पूर्व विधायक उखड़ गए। उन्होंने मिल प्रबंधन पर किसानों को हतोत्साहित करने का आरोप लगाया। वहां मौजूद लोग भी नारेबाजी करने लगे। पाल ने क्षेत्र के किसान गन्ना खरीद न होने व मिल न चलने से हतोत्साहित हो रहे हैं। संवाद

सितारगंज चीनी मिल में सेंटर पर चस्पा गन्ना न लेने की सूचना।- फोटो : SITARGANJ

सितारगंज चीनी मिल में बंद पड़ा गन्ना सेंटर।- फोटो : SITARGANJ

सितारगंज चीनी मिल में चेन के पास लगा गन्ने का ढेर।- फोटो : SITARGANJ

सितारगंज चीनी मिल में गन्ना लेकर खड़े वाहनों का हाल दिखाते तराई किसान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्?- फोटो : SITARGANJ

सितारगंज चीनी मिल में पूर्व विधायक नारायण पाल के साथ प्रदर्शन करते लोग।- फोटो : SITARGANJ