नेपाल से मजदूरी के लिए भारत आ रहे नौ किशोरों को एसएसबी टनकपुर ने सीमा पार करते समय रोक लिया। किशोरों से पूछताछ की तो पता चला कि वह मजदूरी करने कैलाली निवासी बलीराम चौधरी के साथ भारत आ रहे थे। एसएसबी के निरीक्षक विनोद कुमार ने इसकी सूचना जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष भुवन चंद्र गड़कोटी को दी।
उन्होंने जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य विमला बोहरा, शांति अधिकारी और सतीश जोशी के साथ बैठक कर किशोरों को नेपाल भेजने का निर्णय लिया। इसके बाद बाल कल्याण समिति ने किशोरों से पूछताछ की और नेपाल पुलिस की मौजूदगी में उन्हें नेपाल की थ्री एंजल समिति के सुपुर्द कर दिया।
मंगलवार सुबह नेपाल की ओर से भारतीय सीमा में प्रवेश करने वाले कैलाली, नेपाल निवासी नौ किशोरों को एसएसबी ने संदेह होने पर रोक लिया। इनके मजदूरी के लिए भारत में आने की जानकारी मिलने पर एसएसबी ने जिला बाल कल्याण समिति से संपर्क कर किशोरों को उन्हें सौंप दिया।
जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष भुवन गड़कोटी ने बताया कि इससे पहले भी भारत में प्रवेश कर रहे किशोरों को नेपाल के सुपुर्द किया गया है।
नेपाल से मजदूरी के लिए भारत आ रहे नौ किशोरों को एसएसबी टनकपुर ने सीमा पार करते समय रोक लिया। किशोरों से पूछताछ की तो पता चला कि वह मजदूरी करने कैलाली निवासी बलीराम चौधरी के साथ भारत आ रहे थे। एसएसबी के निरीक्षक विनोद कुमार ने इसकी सूचना जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष भुवन चंद्र गड़कोटी को दी।
उन्होंने जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य विमला बोहरा, शांति अधिकारी और सतीश जोशी के साथ बैठक कर किशोरों को नेपाल भेजने का निर्णय लिया। इसके बाद बाल कल्याण समिति ने किशोरों से पूछताछ की और नेपाल पुलिस की मौजूदगी में उन्हें नेपाल की थ्री एंजल समिति के सुपुर्द कर दिया।
मंगलवार सुबह नेपाल की ओर से भारतीय सीमा में प्रवेश करने वाले कैलाली, नेपाल निवासी नौ किशोरों को एसएसबी ने संदेह होने पर रोक लिया। इनके मजदूरी के लिए भारत में आने की जानकारी मिलने पर एसएसबी ने जिला बाल कल्याण समिति से संपर्क कर किशोरों को उन्हें सौंप दिया।
जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष भुवन गड़कोटी ने बताया कि इससे पहले भी भारत में प्रवेश कर रहे किशोरों को नेपाल के सुपुर्द किया गया है।