हेमकुंड साहिब में बीते दो दिनों में रुक-रुककर हुई बर्फबारी के बाद मौसम सामान्य हो गया है लेकिन बर्फबारी के बाद हेमकुंड साहिब के छह किलोमीटर आस्था पथ पर पाला जमने के कारण बुधवार को करीब दो घंटे बाद तीर्थयात्रा शुरू हो पाई। घांघरिया से हेमकुंड साहिब तक जगह-जगह पुलिस के जवान तीर्थयात्रियों की मदद के लिए तैनात रहे।
हेमकुंड साहिब में तीर्थयात्रियों के लिए रात में ठहरने की व्यवस्था नहीं है, जिससे तीर्थयात्री हेमकुंड साहिब में मत्था टेकने के लिए यात्रा के मुख्य पड़ाव घांघरिया से सुबह चार बजे से ही हेमकुंड साहिब के लिए प्रस्थान कर देते हैं और समय पर हेमकुंड पहुंचने के बाद शाम होते ही पुन: रात्रि विश्राम के लिए घांघरिया पहुंच जाते हैं। हेमकुंड साहिब में सोमवार और मंगलवार को मौसम खराब रहा। यहां बारिश के साथ ही बर्फबारी भी हुई, जिससे यहां कड़ाके की ठंड पड़नी शुरू हो गई। बुधवार को घांघरिया से हेमकुंड साहिब तक रास्ते में पाले की मोटी परत जम जाने से तीर्थयात्रियों और घोड़े-खच्चरों को आवाजाही में दिक्कतें आ रही थीं, जिसे देखते हुए पुलिस प्रशासन ने तीर्थयात्रियों को सुबह छह बजे ही घांघरिया से हेमकुंड साहिब जाने की अनुमति दी। जब धूप खिली तो पाला भी पिघलने लग गया था, जिससे तीर्थयात्रियों को राहत मिली।
बदरीनाथ में उमड़े यात्री
गोपेश्वर। बदरीनाथ धाम में इन दिनों तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ गई है। केदारनाथ में सीमित तीर्थयात्रियों को ही भेजा जा रहा है, जिससे सोनप्रयाग में छूटे तीर्थयात्री बदरीनाथ धाम की ओर रुख कर रहे हैं और बदरीनाथ में तीथयात्रियों की भीड़ उमड़ रही है। गुजरात के तीर्थयात्री प्रेमजी भाई ने बताया कि उनके परिवार का नौ सदस्यीय दल केदारनाथ की तीर्थयात्रा पर जा रहा था, तो उन्हें सोनप्रयाग से आगे नहीं जाने दिया गया, जिस कारण मंगलवार को वे बदरीनाथ धाम की तीर्थयात्रा पर पहुंच गए। बुधवार को बदरीनाथ धाम के दर्शन किए। अब केदारनाथ की यात्रा पर जाएंगे। संवाद
हेमकुंड साहिब में बीते दो दिनों में रुक-रुककर हुई बर्फबारी के बाद मौसम सामान्य हो गया है लेकिन बर्फबारी के बाद हेमकुंड साहिब के छह किलोमीटर आस्था पथ पर पाला जमने के कारण बुधवार को करीब दो घंटे बाद तीर्थयात्रा शुरू हो पाई। घांघरिया से हेमकुंड साहिब तक जगह-जगह पुलिस के जवान तीर्थयात्रियों की मदद के लिए तैनात रहे।
हेमकुंड साहिब में तीर्थयात्रियों के लिए रात में ठहरने की व्यवस्था नहीं है, जिससे तीर्थयात्री हेमकुंड साहिब में मत्था टेकने के लिए यात्रा के मुख्य पड़ाव घांघरिया से सुबह चार बजे से ही हेमकुंड साहिब के लिए प्रस्थान कर देते हैं और समय पर हेमकुंड पहुंचने के बाद शाम होते ही पुन: रात्रि विश्राम के लिए घांघरिया पहुंच जाते हैं। हेमकुंड साहिब में सोमवार और मंगलवार को मौसम खराब रहा। यहां बारिश के साथ ही बर्फबारी भी हुई, जिससे यहां कड़ाके की ठंड पड़नी शुरू हो गई। बुधवार को घांघरिया से हेमकुंड साहिब तक रास्ते में पाले की मोटी परत जम जाने से तीर्थयात्रियों और घोड़े-खच्चरों को आवाजाही में दिक्कतें आ रही थीं, जिसे देखते हुए पुलिस प्रशासन ने तीर्थयात्रियों को सुबह छह बजे ही घांघरिया से हेमकुंड साहिब जाने की अनुमति दी। जब धूप खिली तो पाला भी पिघलने लग गया था, जिससे तीर्थयात्रियों को राहत मिली।
बदरीनाथ में उमड़े यात्री
गोपेश्वर। बदरीनाथ धाम में इन दिनों तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ गई है। केदारनाथ में सीमित तीर्थयात्रियों को ही भेजा जा रहा है, जिससे सोनप्रयाग में छूटे तीर्थयात्री बदरीनाथ धाम की ओर रुख कर रहे हैं और बदरीनाथ में तीथयात्रियों की भीड़ उमड़ रही है। गुजरात के तीर्थयात्री प्रेमजी भाई ने बताया कि उनके परिवार का नौ सदस्यीय दल केदारनाथ की तीर्थयात्रा पर जा रहा था, तो उन्हें सोनप्रयाग से आगे नहीं जाने दिया गया, जिस कारण मंगलवार को वे बदरीनाथ धाम की तीर्थयात्रा पर पहुंच गए। बुधवार को बदरीनाथ धाम के दर्शन किए। अब केदारनाथ की यात्रा पर जाएंगे। संवाद