मोहंड रो नदी में तड़के खनन के दौरान ढांग के नीचे दबने से एक 14 वर्षीय किशोर की मौत हो गई। खनन में जुटे अन्य लोगों की मदद से पिता ने उसे जैसे तैसे बाहर निकाला। लेकिन छुटमलपुर अस्पताल पहुंचने से पहले किशोर की मौत हो गई। परिजनों ने पुलिस को बिना सूचना दिए गांव लाकर शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
रविवार सुबह पांच बजे बंजारेवाला निवासी धर्मपाल अपने 14 वर्षीय पुत्र राहुल के साथ मोहंड रो नदी में भैंसा बोगी से खनन कर रहा था। इसी बीच खनन की खुदाई से नदी में बनी गहराई में खनन करते समय अचानक राहुल के ऊपर ढांग गिर गई।
बीस मिनट बाद निकाला किशोर को बाहर
धर्मपाल ने ढांग के नीचे बेटे के दबने का शोर मचाया तो आसपास खनन कर रहे लोग उसकी ओर दौड़ पड़े। करीब 20 मिनट की मशक्कत के बाद जैसे-तैसे राहुल को बाहर निकाला गया। उसके बाद आनन-फानन में उसे छुटमलपुर (सहारनपुर) स्थित एक निजी अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
उसके बाद परिजन और ग्रामीण राहुल को लेकर वापस गांव पहुंचे और बिना पुलिस को सूचना दिए अंतिम संस्कार कर दिया। घटना के बाद से गांव में मातम छाया हुआ है। थानाध्यक्ष भगवान मेहर का कहना है कि पुलिस को ऐसी किसी घटना की सूचना नहीं मिली है।
इससे पहले 16 मार्च को सुल्तानपुर क्षेत्र में गंगा में खनन के लिए पुल बनाने के काम में मजदूरी में लगे छात्र विरेंद्र पुत्र तजेंद्र निवासी फतवा की गंगा में डूबने से मौत हो गई थी।
मोहंड रो नदी में तड़के खनन के दौरान ढांग के नीचे दबने से एक 14 वर्षीय किशोर की मौत हो गई। खनन में जुटे अन्य लोगों की मदद से पिता ने उसे जैसे तैसे बाहर निकाला। लेकिन छुटमलपुर अस्पताल पहुंचने से पहले किशोर की मौत हो गई। परिजनों ने पुलिस को बिना सूचना दिए गांव लाकर शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
रविवार सुबह पांच बजे बंजारेवाला निवासी धर्मपाल अपने 14 वर्षीय पुत्र राहुल के साथ मोहंड रो नदी में भैंसा बोगी से खनन कर रहा था। इसी बीच खनन की खुदाई से नदी में बनी गहराई में खनन करते समय अचानक राहुल के ऊपर ढांग गिर गई।
बीस मिनट बाद निकाला किशोर को बाहर
धर्मपाल ने ढांग के नीचे बेटे के दबने का शोर मचाया तो आसपास खनन कर रहे लोग उसकी ओर दौड़ पड़े। करीब 20 मिनट की मशक्कत के बाद जैसे-तैसे राहुल को बाहर निकाला गया। उसके बाद आनन-फानन में उसे छुटमलपुर (सहारनपुर) स्थित एक निजी अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
उसके बाद परिजन और ग्रामीण राहुल को लेकर वापस गांव पहुंचे और बिना पुलिस को सूचना दिए अंतिम संस्कार कर दिया। घटना के बाद से गांव में मातम छाया हुआ है। थानाध्यक्ष भगवान मेहर का कहना है कि पुलिस को ऐसी किसी घटना की सूचना नहीं मिली है।
इससे पहले 16 मार्च को सुल्तानपुर क्षेत्र में गंगा में खनन के लिए पुल बनाने के काम में मजदूरी में लगे छात्र विरेंद्र पुत्र तजेंद्र निवासी फतवा की गंगा में डूबने से मौत हो गई थी।