स्टार भारतीय शटलर साइना नेहवाल अपनी नई पारी की शुरुआत की। पूर्व वर्ल्ड नंबर वन बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल आज भाजपा में शामिल हो गईं। वह दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का प्रचार भी करेंगी। वह भाजपा नेताओं की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुईं। इस दौरान साइना ने कहा कि मुझे मोदी जी से प्रेरणा मिलती है। हरियाणा की रहने वाली साइना नेहवाल के चुनाव प्रचार में उतरने से भाजपा को फायदा हो सकता है।
खिलाड़ियों के राजनीति में उतरने का सिलसिला लगातार जारी है। पहले जहां कुछ खिलाड़ी ही राजनीति में उतरते थे वहीं अब इनकी संख्या तेजी से बढ़ रही है खासकर पिछले कुछ दिनों में। खेल में अपना दम दिखाने के बाद खिलाड़ियों ने राजनीति में अपनी किस्मत अजमाने का फैसला कर लिया है, यही कारण है कि एक के बाद एक खिलाड़ी राजनीतिक पार्टियों से जुड़ रहे हैं। आइए एक नजर डालते हैं उन खिलाड़ियों के बारे में जिन्होंने राजनीति में कदम रखा।
गौतम गंभीर
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज और वर्ल्ड कप में मैच जीताऊ पारी खेलने वाले गौतम गंभीर साल 2019 भाजपा में शामिल हुए। पिछले साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद गंभीर ने भाजपा ज्वाइन कर लोकसभा चुनाव भी लड़ा। चुनावी मैदान में गंभीर ने पहली बार कदम रखा और पूर्वी दिल्ली सीट से जीत दर्ज कर संसद पहुंचे।
दीपा मलिक
पैरालंपिक खेलों में भारत के लिए पहला पदक जीतने वाली 48 वर्षीय दीपा मलिक ने मार्च 2019 में भाजपा ज्वाइन किया। दीपा ने 2016 में हुए पैरालंपिक खेलों में शॉट पुट में सिल्वर मेडल जीता था। दीपा को राजीव गांधी खेल रत्न पुरुस्कार से नवाजा गया है।
बबिता फोगाट
पहलवान बबिता फोगाट ने भी 2019 में भाजपा ज्वाइन किया था। 29 वर्षीय बबिता ने 2014-18 में कॉमनवेल्थ खेलों में गोल्ड मेडल जीता था। उन्होंने 2010 और 2012 कॉमनवेल्थ खेलों में भी सिल्वर और ब्रांज जीता था। बबिता ने 12 अगस्त 2019 को बीजेपी ज्वाइन कर राजनीति में उतरने का फैसला किया, लेकिन वह हरियाणा के दादरी सीट से विधानसभा चुनाव हार गईं थी।
विजेंदर सिंह
2008 में बीजिंग ओलंपिक और 2009 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रांज जीतने वाले मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने साल 2019 में कांग्रेस पार्टी से जुड़ने का फैसला किया था। भिवानी से आने वाले विजेंदर ने कांग्रेस ज्वाइन कर लोकसभा चुनावों में किस्मत आजमाई थी हालांकि उन्हें दक्षिणी दिल्ली की सीट से हार का सामना करना पड़ा था।