आचार्य चाणक्य के द्वारा लिखे गए नीतिशास्त्र की बातें आज इतना समय बीत जाने के बाद भी प्रासंगिक हैं। नीतिशास्त्र में मनुष्य के निजी जीवन से लेकर दोस्ती, व्यापार, नौकरी और समाज में रहन-सहन के संबंध आचार्य चाणक्य ने अपने विचार प्रकट किए हैं। जहां कुछ लोग उनके विचारों से सहमत रहते हैं तो वहीं कुछ लोगों को उनके द्वारा बताई गई बातों से असहमति रहती है। फिलहाल यह मनुष्य के मस्तिष्क पर निर्भर करता है कि वह किसी भी चीज को किस प्रकार से समझता है। यदि चाणक्य नीति की बातों में छिपे सार को समझने का प्रयास किया जाए और उन बातों का अनुसरण करें तो जीवन को सफल व सुखमय बनाया जा सकता है। आचार्य चाणक्य ने स्त्रियों और दांपत्य जीवन को लेकर भी नीतिशास्त्र में महत्वपूर्ण बातों का जिक्र किया है। नीतिशास्त्र में महिलाओं के कुछ गुण बताए गए हैं। जिन लोगों का विवाह इन गुणों से युक्त स्त्री से होता है, उनके जीवन में हमेशा सुख की वर्षा होती है। ऐसे लोगों को बेहद भाग्यशाली माना जाता है।