14 मई, गुरुवार से गुरु की उल्टी चाल शुरू हो जाएगी। 13 सितंबर 2020 को गुरु एक बार फिर से मार्गी हो जाएंगे। गुरु के वक्री होने से कुछ राशियों को विशेष सावधानी बरतने की आवशयकता है। आइए, आज जानते हैं गुरु के वक्री होने से किन राशियों को सावधान रहने की आवश्यकता है....
मेष राशि
- मेष राशि के जातकों के लिए गुरु का वक्री होना शुभ नहीं कहा जा सकता है।
- इस समय आध्यात्म से दूरी बन सकती है।
- मानसिक तनाव होने की संभावना भी है।
- वैवाहिक जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इस समय जीवनसाथी से वाद-विवाद न करें।
- विघार्थीयों को अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है।
मिथुन राशि
- मिथुन राशि के जातकों को गुरु के वक्री होने से थोड़ा सावधान रहने की आवश्यकता है।
- अपने कार्य में अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।
- स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए सेहत का ध्यान रखने की आवश्यकता है।
- आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
- प्रेम जीवन में परेशानियों आ सकती हैं। इस समय प्रेमी से बेवजह न उलझें।
सिंह राशि
- सिंह राशि के जातकों के लिए गुरु का वक्री होना शुभ नहीं कहा जा सकता है।
- कार्यों को ध्यानपूर्वक करने की आवश्यकता है।
- ये समय धैर्य रखने का है।
- इस समय किसी पर भी निर्भर रहना ठीक नहीं है।
तुला राशि
- तुला राशि के जातकों के लिए गुरु का वक्री होना कुछ खास नहीं कहा जा सकता है।
- इस समय में अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है।
- कार्यों को करने में आलस करेंगे तो आपको नुकसान हो सकता है।
- इस समय सावधान रहने की आवश्यकता है।