सीरियल 'आदत से मजबूर' और 'कुलदीपक' में अभिनय कर चुके मनमीत ग्रेवाल की आत्महत्या के बाद कलाकारों की संस्था सिनटा और फिल्म इंडस्ट्री के कामगारों की फेडरेशन ने उन सभी निर्माताओं को आड़े हाथों लिया है जिन्होंने काम कराने के बाद अपने सीरियल के कलाकारों का भुगतान अब तक नहीं किया है। फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉईज (एफडब्लूआईसीई) ने साफ कहा है कि अगर किसी अभिनेता को कोई निर्माता भुगतान नहीं कर रहा है तो वह सीधे उनसे संपर्क करे।
पिछले दो महीने से चले रहे लॉकडाउन में बेरोजगारी और बढ़ते हुए कर्ज के चलते अभिनेता मनमीत निराशा के शिकार थे और उन्होंने आत्महत्या कर ली। इस दुखद घटना के बाद से ही इंडस्ट्री में नई बहस छिड़ गई है। मनमीत जैसे हालात इंडस्ट्री के लाखों दूसरे कलाकारों के भी हैं। टीवी इंडस्ट्री की पेमेंट का जो तरीका है वह भी इन हालात को और गंभीर बना रहा है। दरअसल टीवी इंडस्ट्री में कलाकार को शूट होने के करीब तीन महीने बाद ही पेमेंट नसीब होती है और वह भी कई बार काम पूरा होने के साल-साल भर बाद नहीं मिलती। जी टीवी के सीरियल हमारी बहू सिल्क के कलाकार भी दो दिन से इस बाबत अपनी मांग उठा रहे हैं।
इस बारे में सिने एंड टीवी आर्टिस्ट असोसिएशन (सिनटा) के वरिष्ठ संयुक्त सचिव अमित बहल कहते हैं, 'यह बहुत दुखद है। मनमीत को अगर अपने हक का पैसा मिल गया होता तो शायद यह नहीं होता। आगे जब भी काम शुरू होता है उससे पहले कलाकारों को उनके हक का पैसा तो मिल ही जाना चाहिए। इस तरह के हालात प्रत्येक क्षेत्र में है लेकिन मनोरंजन जगत चूंकि लाइमलाइट में है इसलिए यहां की बातें अधिक नजर आती है।'
वहीं फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्पलाइज के अध्यक्ष बी. एन. तिवारी ने भी पैसे न होने के चलते मनमीत के आत्महत्या कर लेने पर दुख जताया। वह कहते हैं, 'इस बारे में उन्हें फेडरेशन से संपर्क करना चाहिए था। प्रोजेक्ट रुकने से कुछ नहीं होता है हम उन्हें पेमेंट जरूर दिलवाते। कुछ और भी कारण हो सकते हैं लेकिन अब भी उनके परिवार तक उनकी बची पेमेंट पहुंचाया जाएगा। हालांकि अब काफी देर हो गई है। उनके परिवार को अगर कोई भी मदद की जरुरत होगी वह भी मुहैया कराई जाएगी। लॉकडाउन खत्म होते ही हम अपने स्तर पर इस घटना की जांच भी करेंगे। हम सबसे यही अपील करते हैं कि अगर इस तरह की कोई भी परेशानी होती है तो पहले कलाकार फेडरेशन से संपर्क जरूर करें।'
वहीं इंडियन फिल्म और टेलीविजन प्रोड्यूसर्स काउंसिल के टीवी विंग के चेयरमैन जे.डी मजीठिया का कहना है कि हम पुख्ता तौर पर नहीं कह सकते हैं कि मनमीत का कहीं से पैसा बाकी था या नहीं, जिसकी वजह से उन्होंने यह कदम उठाया। कोरोना से उपजे आपातकालीन हालात के चलते हमने काफी पहले ही सभी निर्माताओं को यह निर्देश दिए थे कि अगर किसी का कोई बकाया हो तो कृपया उसे वह पैसा मुहैया करा दिया जाए।