एनटीए यानी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी इन दिनों एक बहुत बड़े झमेले में फंसी हुई है। देश की महत्वपूर्ण परीक्षाओं के आयोजन की जिम्मेदारी बूखबी संभालने वाली संस्था आजकल इसी पेशोपश में है कि सत्र 2022-23 के इंजीनियरिंग दाखिलों के लिए जेईई मेन, मेडिकल प्रवेश प्रक्रिया के लिए नीट यूजी और केंद्रीय विश्वविद्यालयों में एडमिशन के लिए सीयू-सीईटी परीक्षाओं के आयोजन के शेड्यूल को कैसे फाइनल टच दिया जाए। इसी कारण को लेकर लगातार राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी को कोसा भी रहा है। वहीं, परीक्षा कार्यक्रम की घोषणा में हो रही देरी को लेकर छात्र और अभिभावक भी परेशान हो रहे हैं।
दरअसल, सबसे बड़ी समस्या यही फंसी हुई है कि जेईई मेन और नीट परीक्षा कार्यक्रम से किसी भी केंद्रीय या राज्य शिक्षा बोर्ड का परीक्षा कार्यक्रम नहीं टकराना चाहिए। अगर परीक्षा कार्यक्रम टकराता है तो छात्र उसे लेकर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच जाते हैं, क्योंकि उस बोर्ड के कक्षा 12वीं के परीक्षार्थी जेईई मेन 2022 या नीट यूजी 2022 की परीक्षाओं में शामिल नहीं हो पाएंगे, क्योंकि उस समय उनकी बोर्ड परीक्षा भी हो रही होगी।
दरअसल, सबसे बड़ी समस्या यही फंसी हुई है कि जेईई मेन और नीट परीक्षा कार्यक्रम से किसी भी केंद्रीय या राज्य शिक्षा बोर्ड का परीक्षा कार्यक्रम नहीं टकराना चाहिए। अगर परीक्षा कार्यक्रम टकराता है तो छात्र उसे लेकर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच जाते हैं, क्योंकि उस बोर्ड के कक्षा 12वीं के परीक्षार्थी जेईई मेन 2022 या नीट यूजी 2022 की परीक्षाओं में शामिल नहीं हो पाएंगे, क्योंकि उस समय उनकी बोर्ड परीक्षा भी हो रही होगी।