Why RBI Hike Repo Rate During High Inflation: इस समय दुनिया भर में महंगाई की रफ्तार काफी तेजी से बढ़ रही है। इससे भारत भी अछूता नहीं है। बढ़ती मुद्रास्फीति के दौर में पेट्रोल, डीजल, सीएनजी, तेल और आदि कई जरूरी वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं। ऐसे में इसका बुरा असर लोगों की जेबों पर पड़ रहा है। दुनिया भर के कई देशों में महंगाई की दरें डबल डिजिट को क्रॉस कर रही हैं।
वहीं अमेरिका में महंगाई की दरों ने पिछले 40 सालों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। रिपोर्ट्स की मानें, तो अमेरिका में महंगाई की दरें 8.6 फीसदी को क्रॉस कर चुकी हैं। महंगाई बढ़ने का बड़ा कारण कोरोना महामारी और रूस यूक्रेन युद्ध हैं। दोनों बड़ी घटनाओं का बुरा असर वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला पर पड़ा है। ऐसे में बाधित हुई आपूर्ति श्रृंखला ने दुनिया भर में मुद्रास्फीति की रफ्तार को बढ़ाने में एक बड़ी भूमिका निभाई है।
इस समय विश्व भर में जरूरी वस्तुओं को लेकर मांग काफी ज्यादा है। वहीं आपूर्ति कम है। इसी वजह से कई देशों में महंगाई की दरें रोजाना तेजी से बढ़ रही हैं। इसी को देखते हुए हाल ही में अमेरिका के सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व ने 0.75 फीसदी दरों की बढ़ोत्तरी की थी।
वहीं अमेरिका में महंगाई की दरों ने पिछले 40 सालों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। रिपोर्ट्स की मानें, तो अमेरिका में महंगाई की दरें 8.6 फीसदी को क्रॉस कर चुकी हैं। महंगाई बढ़ने का बड़ा कारण कोरोना महामारी और रूस यूक्रेन युद्ध हैं। दोनों बड़ी घटनाओं का बुरा असर वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला पर पड़ा है। ऐसे में बाधित हुई आपूर्ति श्रृंखला ने दुनिया भर में मुद्रास्फीति की रफ्तार को बढ़ाने में एक बड़ी भूमिका निभाई है।
इस समय विश्व भर में जरूरी वस्तुओं को लेकर मांग काफी ज्यादा है। वहीं आपूर्ति कम है। इसी वजह से कई देशों में महंगाई की दरें रोजाना तेजी से बढ़ रही हैं। इसी को देखते हुए हाल ही में अमेरिका के सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व ने 0.75 फीसदी दरों की बढ़ोत्तरी की थी।