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पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले से मानवता को झकझोर देने वाली खबर सामने आई है। यहां एक चार साल के मासूम ने नाश्ते में अतिरिक्त अंडा मांगा तो महिला कर्मचारी ने कथित तौर पर उसके कपड़े उतारकर उसके ऊपर गर्म खिड़की डाल दी। यह घटना शुक्रवार को राज्य वित्त पोषित बाल विकास केंद्र (आईसीडीएस) में घटित हुई।
रघुनाथगंज पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर इंचार्ज चिन्मय भट्टाचार्य ने कहा कि महिला सेहारी बावा के खिलाफ शनिवार को लिखित में शिकायत दर्ज कर ली गई है। वह फिलहाल फरार है। बच्चे को जंगीपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसका पैर और कूल्हा बुरी तरह झुलस गया है।
पश्चिम बंगाल बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष अनन्या चटर्जी ने कहा, 'मैंने जिलाधिकारी से बात की है और प्रशासन से इस अमानवीय घटना को लेकर रिपोर्ट मांगी है।' खीरदीरपुर गांव में स्थित यह केंद्र एकीकृत बाल विकास योजना का हिस्सा है। जिसके तहत छह साल तक के बच्चों को पूरक पोषण, टीकाकरण और पूर्व-विद्यालय और गैर-औपचारिक शिक्षा प्रदान की जाती है।
नौकरियां पैदा करने के लिए प्रशासन स्थानीय महिलाओं को यह केंद्र संचालित करने के लिए प्रशिक्षित करता है। बच्चे का परिवार कानूपूर गांव में रहता है। उन्होंने बच्चे को शुक्रवार सुबह आठ बजे आईसीडीएस भेजा था। बच्चे की मां मीनू बीबी ने बताया कि सुबह नौ बजे के बाद मेरा बेटा रोते हुए घर आया।
उन्होंने कहा, 'मैं घटना का पता लगाने के लिए आईसीडीएस पहुंची। कुछ बच्चों ने मुझे बताया की सेहरी बावा ने मेरे बेटे के कपड़े उतारे और उसकी कमर ने नीचे गर्म खिचड़ी डाल दी क्योंकि उसने अतिरिक्त अंडा मांगने की हिम्मत की थी।'
अस्पताल के बेड पर लेटे हुए मासूम बच्चे ने कहा, 'मैंने कोई शरारत नहीं की थी। लेकिन दीदीमोनी (अध्यापिका) ने और अन्य लड़कों ने मुझे मारा। मुझे नहीं पता कि आखिर क्यों उन्होंने मुझपर खिचड़ी फेंक दी।' रघुनाथगंज-1 के खंड विकास अधिकारी मसदुर रहमान ने कहा, 'मैं बच्चे को देखने के लिए अस्पताल पहुंचा। हमने जांच शुरू कर दी है।'
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले से मानवता को झकझोर देने वाली खबर सामने आई है। यहां एक चार साल के मासूम ने नाश्ते में अतिरिक्त अंडा मांगा तो महिला कर्मचारी ने कथित तौर पर उसके कपड़े उतारकर उसके ऊपर गर्म खिड़की डाल दी। यह घटना शुक्रवार को राज्य वित्त पोषित बाल विकास केंद्र (आईसीडीएस) में घटित हुई।
रघुनाथगंज पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर इंचार्ज चिन्मय भट्टाचार्य ने कहा कि महिला सेहारी बावा के खिलाफ शनिवार को लिखित में शिकायत दर्ज कर ली गई है। वह फिलहाल फरार है। बच्चे को जंगीपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसका पैर और कूल्हा बुरी तरह झुलस गया है।
पश्चिम बंगाल बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष अनन्या चटर्जी ने कहा, 'मैंने जिलाधिकारी से बात की है और प्रशासन से इस अमानवीय घटना को लेकर रिपोर्ट मांगी है।' खीरदीरपुर गांव में स्थित यह केंद्र एकीकृत बाल विकास योजना का हिस्सा है। जिसके तहत छह साल तक के बच्चों को पूरक पोषण, टीकाकरण और पूर्व-विद्यालय और गैर-औपचारिक शिक्षा प्रदान की जाती है।
नौकरियां पैदा करने के लिए प्रशासन स्थानीय महिलाओं को यह केंद्र संचालित करने के लिए प्रशिक्षित करता है। बच्चे का परिवार कानूपूर गांव में रहता है। उन्होंने बच्चे को शुक्रवार सुबह आठ बजे आईसीडीएस भेजा था। बच्चे की मां मीनू बीबी ने बताया कि सुबह नौ बजे के बाद मेरा बेटा रोते हुए घर आया।
उन्होंने कहा, 'मैं घटना का पता लगाने के लिए आईसीडीएस पहुंची। कुछ बच्चों ने मुझे बताया की सेहरी बावा ने मेरे बेटे के कपड़े उतारे और उसकी कमर ने नीचे गर्म खिचड़ी डाल दी क्योंकि उसने अतिरिक्त अंडा मांगने की हिम्मत की थी।'
अस्पताल के बेड पर लेटे हुए मासूम बच्चे ने कहा, 'मैंने कोई शरारत नहीं की थी। लेकिन दीदीमोनी (अध्यापिका) ने और अन्य लड़कों ने मुझे मारा। मुझे नहीं पता कि आखिर क्यों उन्होंने मुझपर खिचड़ी फेंक दी।' रघुनाथगंज-1 के खंड विकास अधिकारी मसदुर रहमान ने कहा, 'मैं बच्चे को देखने के लिए अस्पताल पहुंचा। हमने जांच शुरू कर दी है।'