लद्दाख से भाजपा सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल ने मंगलवार को अनुच्छेद 370 को लेकर लोकसभा में हुई चर्चा के दौरान जोरदार भाषण दिया। उनके भाषण ने सभी को प्रभावित किया। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तो उनके भाषण का वीडियो ट्वीटर पर शेयर तक किया। वहीं सत्ता पक्ष के सदस्यों ने खूब मेजें थपथपाईं। भाषण के दौरान सदन में कई बार ठहाके भी लगे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने भी उनकी तारीफ की। लेकिन सांसद सेरिंग से जुड़ी कम ही जानकारी उपलब्ध है। ऐसे में यहां पढ़िए उनसे जुड़ी कुछ खास जानकारी।
नामग्याल लद्दाख से भारतीय जनता पार्टी के सांसद हैं। वे 34 साल के हैं। सेरिंग भौगोलिक दृष्टि से सबसे बड़े लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। नामग्याल साल 2019 में हुए आम चुनाव में पहली बार चुनकर संसद में पहुंचे हैं। इन दिनों अनुच्छेद 370 पर लोकसभा में दिए अपने भाषण को लेकर चर्चा में हैं।
जामयांग सेरिंग नामग्याल का जन्म 4 अगस्त 1985 को जम्मू-कश्मीर के लेह में माथो गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम स्टैनजिन दोर्जी और माता का नाम ईशे पुतित है। सेरिंग ने डॉ सोनम वांगमो से शादी की है। भाजपा सांसद सेरिंग ने जम्मू विश्वविद्यालय से कला संकाय में उपाधि ली है। वे एक सामाजिक कार्यकर्ता होने के साथ लेखक भी हैं।
इन पदों पर रहे
वर्तमान सांसद सेरिंग वर्ष 2015 से 2019 तक लद्दाख ऑटोनॉमस हिल डेवलपमेंट काउंसिल लेह में सदस्य रहे हैं। साल 2018 से 2019 तक इसी काउंसिल में चेयरपर्सन का पद संभाल चुके हैं। सिर्फ यही नहीं वे समय—समय पर भाजपा में भी विभिन्न पदों पर रह चुके हैं। मई 2019 में हुए आम चुनाव में लोकसभा के लिए चुने गए हैं।
कविता संग्रह हो चुका है प्रकाशित
सांसद सेरिंग की लिखी कविताओं का एक संग्रह साल 2013 में प्रकाशित हो चुका है। उन्होंने कई पत्र-पत्रिकाओं के लिए लेख भी लिखे हैं। वे युवाओं से जुड़े मामलों, जैविक खेती और सामाज के लिए कार्य करने में रुचि रखते हैं। उन्हें किताबें पढ़ना और लेखन पसंद है। वे भूटान और नेपाल की यात्रा भी कर चुके हैं।
लद्दाख से भाजपा सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल ने मंगलवार को अनुच्छेद 370 को लेकर लोकसभा में हुई चर्चा के दौरान जोरदार भाषण दिया। उनके भाषण ने सभी को प्रभावित किया। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तो उनके भाषण का वीडियो ट्वीटर पर शेयर तक किया। वहीं सत्ता पक्ष के सदस्यों ने खूब मेजें थपथपाईं। भाषण के दौरान सदन में कई बार ठहाके भी लगे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने भी उनकी तारीफ की। लेकिन सांसद सेरिंग से जुड़ी कम ही जानकारी उपलब्ध है। ऐसे में यहां पढ़िए उनसे जुड़ी कुछ खास जानकारी।
नामग्याल लद्दाख से भारतीय जनता पार्टी के सांसद हैं। वे 34 साल के हैं। सेरिंग भौगोलिक दृष्टि से सबसे बड़े लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। नामग्याल साल 2019 में हुए आम चुनाव में पहली बार चुनकर संसद में पहुंचे हैं। इन दिनों अनुच्छेद 370 पर लोकसभा में दिए अपने भाषण को लेकर चर्चा में हैं।
जामयांग सेरिंग नामग्याल का जन्म 4 अगस्त 1985 को जम्मू-कश्मीर के लेह में माथो गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम स्टैनजिन दोर्जी और माता का नाम ईशे पुतित है। सेरिंग ने डॉ सोनम वांगमो से शादी की है। भाजपा सांसद सेरिंग ने जम्मू विश्वविद्यालय से कला संकाय में उपाधि ली है। वे एक सामाजिक कार्यकर्ता होने के साथ लेखक भी हैं।
इन पदों पर रहे
वर्तमान सांसद सेरिंग वर्ष 2015 से 2019 तक लद्दाख ऑटोनॉमस हिल डेवलपमेंट काउंसिल लेह में सदस्य रहे हैं। साल 2018 से 2019 तक इसी काउंसिल में चेयरपर्सन का पद संभाल चुके हैं। सिर्फ यही नहीं वे समय—समय पर भाजपा में भी विभिन्न पदों पर रह चुके हैं। मई 2019 में हुए आम चुनाव में लोकसभा के लिए चुने गए हैं।
कविता संग्रह हो चुका है प्रकाशित
सांसद सेरिंग की लिखी कविताओं का एक संग्रह साल 2013 में प्रकाशित हो चुका है। उन्होंने कई पत्र-पत्रिकाओं के लिए लेख भी लिखे हैं। वे युवाओं से जुड़े मामलों, जैविक खेती और सामाज के लिए कार्य करने में रुचि रखते हैं। उन्हें किताबें पढ़ना और लेखन पसंद है। वे भूटान और नेपाल की यात्रा भी कर चुके हैं।