लोकसभा चुनाव में जबरदस्त जीत दर्ज करने के बाद प्रधानमंत्री अपने गृह राज्य पहुंचे। यहां अहमदाबाद में उन्होंने पहले कार्यकर्ताओं को संबोधित किया, फिर अपनी मां हीराबेन का आशीर्वाद लेने गांधीनगर पहुंचे। यहां उन्होंने अपनी मां के पैक छूकर आशीर्वाद लिया।
चुनाव में प्रचंड जीत दर्ज करने के बाद रविवार को गुजरात पहुंचने के बाद मोदी ने अहमदाबाद में रैली को संबोधित किया। मोदी ने कहा, ‘ मैं यहां आपका आशीर्वाद लेने आया हूं। बड़ा जनादेश बड़ी जिम्मेदारियां लाता है। इतनी बड़ी जीत के बाद विनम्र बने रहने महत्वपूर्ण है। गुजरात में भाजपा ने लगातार दूसरी बार सभी सीटों पर जीत दर्ज की। 2019 का चुनाव न भाजपा लड़ी, न मैं लड़ा और न ही कोई और नेता। यह चुनाव देश की जनता ने लड़ा। इस बार सभी राजनीतिक पंडित फेल हो गए। छठे चरण के बाद मैंने कहा था कि हमें 300 से ज्यादा सीटें मिलेंगी। कई लोगों ने मेरा मजाक उड़ाया। चुनावों के दौरान मैंने देखा कि लोगों ने एक मजबूत सरकार बनाने के लिए वोट किया।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आने वाले पांच साल जनचेतना और जन भागीदारी के जरिये विश्व में भारत की खोई हुई ताकत वापस लाने के लिए हैं। 1942 से 1947 की तरह ही आने वाले पांच साल देश के लिए काफी अहम हैं। हमें इन पांच वर्षों का इस्तेमाल जनता की समस्याओं को हल करने और देश के सर्वांगीण विकास के लिए करना है। हमें मिलकर देश को विश्व स्तर पर और आगे बढ़ाना होगा।
मोदी ने कहा कि 2014 के चुनावों में लोगों को गुजरात के विकास के बारे में पता चला। इन चुनावों से पहले मुझे कोई नहीं जानता था, लेकिन गुजरात के विकास की चर्चा हर जगह होती थी। मैंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो देखा, जिसमें पश्चिम बंगाल की एक महिला मोदी मोदी कह रही है। जब इस बारे में पूछा गया तो जवाब मिला कि मैं गुजरात गई, मैंने वहां विकास देखा। ऐसा ही विकास में पश्चिम बंगाल में चाहती हूं। लेकिन जब महिला से पूछा गया कि वोट किसे देंगी तो उसने कुछ नहीं कहा।
पीएम ने सूरत अग्निकांड पर दुख जताते हुए कहा, ‘मैं दुविधा में था कि क्या मुझे यहां आना चाहिए या नहीं। एक तरफ कर्तव्य था और दूसरी तरफ करुणा की भावना। हादसे में कई परिवारों की उम्मीदें चकनाचूर हो गईं। परिवारों ने अपने चिराग खो दिए। उनके अरमान खाक हो गए। भगवान पीड़ित परिवारों को इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें।’ इसस पहले, हादसे को देखते हुए भाजपा ने जीत का जश्न नहीं मनाने का फैसला किया था।
भाजपा अध्यक्ष ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य की 26 सीटें जीतने के बाद नरेंद्र भाई यहां आए हैं। कृपया जोर से उनका स्वागत करें ताकि आपकी आवाज पश्चिम बंगाल तक पहुंच जाए। नरेंद्र भाई ने गुजरात से विकास की यात्रा शुरू की और अब इसे पूरे देश तक पहुंचा दिया है। भाजपा अध्यक्ष होने के नाते मैं सभी सीटें जिताने के लिए गुजरात की जनता को धन्यवाद देता हूं।
लोकसभा चुनाव में जबरदस्त जीत दर्ज करने के बाद प्रधानमंत्री अपने गृह राज्य पहुंचे। यहां अहमदाबाद में उन्होंने पहले कार्यकर्ताओं को संबोधित किया, फिर अपनी मां हीराबेन का आशीर्वाद लेने गांधीनगर पहुंचे। यहां उन्होंने अपनी मां के पैक छूकर आशीर्वाद लिया।
चुनाव में प्रचंड जीत दर्ज करने के बाद रविवार को गुजरात पहुंचने के बाद मोदी ने अहमदाबाद में रैली को संबोधित किया। मोदी ने कहा, ‘ मैं यहां आपका आशीर्वाद लेने आया हूं। बड़ा जनादेश बड़ी जिम्मेदारियां लाता है। इतनी बड़ी जीत के बाद विनम्र बने रहने महत्वपूर्ण है। गुजरात में भाजपा ने लगातार दूसरी बार सभी सीटों पर जीत दर्ज की। 2019 का चुनाव न भाजपा लड़ी, न मैं लड़ा और न ही कोई और नेता। यह चुनाव देश की जनता ने लड़ा। इस बार सभी राजनीतिक पंडित फेल हो गए। छठे चरण के बाद मैंने कहा था कि हमें 300 से ज्यादा सीटें मिलेंगी। कई लोगों ने मेरा मजाक उड़ाया। चुनावों के दौरान मैंने देखा कि लोगों ने एक मजबूत सरकार बनाने के लिए वोट किया।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आने वाले पांच साल जनचेतना और जन भागीदारी के जरिये विश्व में भारत की खोई हुई ताकत वापस लाने के लिए हैं। 1942 से 1947 की तरह ही आने वाले पांच साल देश के लिए काफी अहम हैं। हमें इन पांच वर्षों का इस्तेमाल जनता की समस्याओं को हल करने और देश के सर्वांगीण विकास के लिए करना है। हमें मिलकर देश को विश्व स्तर पर और आगे बढ़ाना होगा।
मोदी ने कहा कि 2014 के चुनावों में लोगों को गुजरात के विकास के बारे में पता चला। इन चुनावों से पहले मुझे कोई नहीं जानता था, लेकिन गुजरात के विकास की चर्चा हर जगह होती थी। मैंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो देखा, जिसमें पश्चिम बंगाल की एक महिला मोदी मोदी कह रही है। जब इस बारे में पूछा गया तो जवाब मिला कि मैं गुजरात गई, मैंने वहां विकास देखा। ऐसा ही विकास में पश्चिम बंगाल में चाहती हूं। लेकिन जब महिला से पूछा गया कि वोट किसे देंगी तो उसने कुछ नहीं कहा।