महाराष्ट्र के मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता नवाब मलिक की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को कहा कि उसके पास मलिक के अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के गिरोह से संबंध होने के पुख्ता सबूत हैं।
जांच एजेंसी ने कहा कि राकांपा के नेता के खिलाफ कई सबूत इकट्ठा किए हैं, जिसमें 1993 के मुंबई सिलसिलेवार विस्फोट के आरोपी दाऊद इब्राहिम के भांजे अली शाह पारकर का बयान भी शामिल है।
पारकर ने जांच एजेंसी के सामने खुलासा किया है कि उसकी मां हसीना पारकर (दाऊद की मृत बहन) ने 1996 में कुर्ला में गोवावाला परिसर का कुछ हिस्सा मलिक को बेचा था। अपने बयान में पारकर ने जमीन के बेचे जाने और इसे खरीदने के बारे में कई विवरण दिए हैं, जो काफी अहम हैं और मलिक के खिलाफ मामला बनाने में मददगार साबित होंगे।
इससे पहले, राकांपा नेता को फरवरी में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिग और आतंक वित्तपोषण के आरोप में गिरफ्तार किया था। ईडी ने दाऊद के भांजे अली शाह का बयान धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धारा 50 के तहत दर्ज किया है। अली शाह ने अपने बयान में कहा, उसकी मां हसीना पारकर का दाऊद के साथ वित्तीय लेनदेन होता था। उसने सलीम पटेल का नाम लिया जो उसकी मां का सहयोगी था। पटेल प्याज का व्यापारी था और वह संपत्ति खरीदने-बेचने में उसकी मां के साथ शामिल था।
चार्जशीट में पत्नी-बेटे पर मनमानी का आरोप
ईडी ने चार्जशीट में कहा कि महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के दोनों बेटों और पत्नी को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन उनमें से कोई भी पेश नहीं हुआ। नवाब मलिक की पत्नी को दो बार समन, उनके बेटे फराज मलिक को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पांच बार तलब किया गया।
विस्तार
महाराष्ट्र के मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता नवाब मलिक की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को कहा कि उसके पास मलिक के अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के गिरोह से संबंध होने के पुख्ता सबूत हैं।
जांच एजेंसी ने कहा कि राकांपा के नेता के खिलाफ कई सबूत इकट्ठा किए हैं, जिसमें 1993 के मुंबई सिलसिलेवार विस्फोट के आरोपी दाऊद इब्राहिम के भांजे अली शाह पारकर का बयान भी शामिल है।
पारकर ने जांच एजेंसी के सामने खुलासा किया है कि उसकी मां हसीना पारकर (दाऊद की मृत बहन) ने 1996 में कुर्ला में गोवावाला परिसर का कुछ हिस्सा मलिक को बेचा था। अपने बयान में पारकर ने जमीन के बेचे जाने और इसे खरीदने के बारे में कई विवरण दिए हैं, जो काफी अहम हैं और मलिक के खिलाफ मामला बनाने में मददगार साबित होंगे।
इससे पहले, राकांपा नेता को फरवरी में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिग और आतंक वित्तपोषण के आरोप में गिरफ्तार किया था। ईडी ने दाऊद के भांजे अली शाह का बयान धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धारा 50 के तहत दर्ज किया है। अली शाह ने अपने बयान में कहा, उसकी मां हसीना पारकर का दाऊद के साथ वित्तीय लेनदेन होता था। उसने सलीम पटेल का नाम लिया जो उसकी मां का सहयोगी था। पटेल प्याज का व्यापारी था और वह संपत्ति खरीदने-बेचने में उसकी मां के साथ शामिल था।
चार्जशीट में पत्नी-बेटे पर मनमानी का आरोप
ईडी ने चार्जशीट में कहा कि महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के दोनों बेटों और पत्नी को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन उनमें से कोई भी पेश नहीं हुआ। नवाब मलिक की पत्नी को दो बार समन, उनके बेटे फराज मलिक को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पांच बार तलब किया गया।