भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने अब नोटबंदी की आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि नोटबंदी के इतने दिनों के बाद भी लोगों की परेशानी कम नहीं हुई है। लोगों के बीच बड़े पैमाने पर कैश की कमी बनी हुई है। बताते चलें कि इससे पहले उन्होंने नोटबंदी की तारीफ करते हुए कहा था कि कालेधन और बेनामी संपत्ति के खिलाफ यह एक मजबूत कदम है।
एनडीटीवी की खबर के मुताबिक चंद्रबाबू नाडयू ने कहा, 'हम नोटबंदी नहीं चाहते थे, लेकिन ऐसा हुआ। नोटबंदी के 40 दिन बाद और हमारे सर्वश्रेष्ठ प्रयास के बाद भी समस्याएं अब भी बनी हुई है। वहीं, इस समस्या के हल भी निकलते नहीं दिख रहे हैं।' नायडू ने यह बयान तेलगू डेशम पार्टी की विजयवाड़ा में आयोजित विधायकों और सांसदों की मीटिंग में दिया।
नायूड ने कहा कि हमने साइक्लोन हुडहुड जैसी बड़ी परेशानियां देखी है और उनका हल निकाला है। लेकिन, नोटबंदी ऐसी समस्या बन गई है जिसे पूरी तरह से हमारे नियंत्रण में नहीं है।
इससे पहले 8 नवंबर को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी की घोषण की थी तो चंद्रबाबू नायडू ने इसका श्रेय लेते हुए कहा था कि यह उनका आइडिया है। उन्होंने कहा था कि वह पहले शख्स हैं जिन्होंने प्रधानमंत्री से कहा था कि बड़े नोटों को बंद करके भ्रष्टाचार का सफाया करना चाहिए।
नायडू ने हाल ही मुख्यमंत्रियों के उस कमेटी के हेड बनाए गए थे जिन्हें कैशलेस इकॉनमी के लिए रोडमैप तैयार करना था। उन्होंने ट्वीट करते हुए था कि यह टीडीपी की नैतिक जीत है।
भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने अब नोटबंदी की आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि नोटबंदी के इतने दिनों के बाद भी लोगों की परेशानी कम नहीं हुई है। लोगों के बीच बड़े पैमाने पर कैश की कमी बनी हुई है। बताते चलें कि इससे पहले उन्होंने नोटबंदी की तारीफ करते हुए कहा था कि कालेधन और बेनामी संपत्ति के खिलाफ यह एक मजबूत कदम है।
एनडीटीवी की खबर के मुताबिक चंद्रबाबू नाडयू ने कहा, 'हम नोटबंदी नहीं चाहते थे, लेकिन ऐसा हुआ। नोटबंदी के 40 दिन बाद और हमारे सर्वश्रेष्ठ प्रयास के बाद भी समस्याएं अब भी बनी हुई है। वहीं, इस समस्या के हल भी निकलते नहीं दिख रहे हैं।' नायडू ने यह बयान तेलगू डेशम पार्टी की विजयवाड़ा में आयोजित विधायकों और सांसदों की मीटिंग में दिया।
नायूड ने कहा कि हमने साइक्लोन हुडहुड जैसी बड़ी परेशानियां देखी है और उनका हल निकाला है। लेकिन, नोटबंदी ऐसी समस्या बन गई है जिसे पूरी तरह से हमारे नियंत्रण में नहीं है।