न्यूज डेस्क, अमर उजाला, महेंद्रगिरि
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Wed, 12 Jan 2022 08:10 PM IST
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बुधवार को बड़ी सफलता हासिल करते हुए गगनयान कार्यक्रम के लिए क्रायोजेनिक इंजिन का सफल योग्यता परीक्षण किया। यह परीक्षण तमिलनाडु के महेंद्रगिरि में स्थित इसरो के प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स में 720 सेकंड की अवधि के लिए हुआ। गगनयान देश का पहला महत्वाकांक्षी मानव अंतरिक्ष अभियान है।
इसरो के मुताबिक, इंजन ने परीक्षण के मकसद को सफल साबित किया है। इंजन के पैरामीटर परीक्षण की पूरी अवधि के दौरान सभी पैरामीटर सही तरह से मेल खा रहे थे। लंबी अवधि का यह सफल परीक्षण मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम गगनयान के लिए एक प्रमुख मील का पत्थर है।
इसरो के मुताबिक, इसके अलावा इस क्रायोजेनिक इंजन को 1810 सेकेंड की कुल अवधि के चार और परीक्षणों से गुजरना होगा। इसके बाद गगनयान कार्यक्रम के लिए क्रायोजेनिक इंजन योग्यता को पूरा करने के लिए इंजन को दो छोटी अवधि के परीक्षणों के साथ ही एक लंबी अवधि के परीक्षण से भी गुजरना होगा।
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भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बुधवार को बड़ी सफलता हासिल करते हुए गगनयान कार्यक्रम के लिए क्रायोजेनिक इंजिन का सफल योग्यता परीक्षण किया। यह परीक्षण तमिलनाडु के महेंद्रगिरि में स्थित इसरो के प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स में 720 सेकंड की अवधि के लिए हुआ। गगनयान देश का पहला महत्वाकांक्षी मानव अंतरिक्ष अभियान है।
इसरो के मुताबिक, इंजन ने परीक्षण के मकसद को सफल साबित किया है। इंजन के पैरामीटर परीक्षण की पूरी अवधि के दौरान सभी पैरामीटर सही तरह से मेल खा रहे थे। लंबी अवधि का यह सफल परीक्षण मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम गगनयान के लिए एक प्रमुख मील का पत्थर है।
इसरो के मुताबिक, इसके अलावा इस क्रायोजेनिक इंजन को 1810 सेकेंड की कुल अवधि के चार और परीक्षणों से गुजरना होगा। इसके बाद गगनयान कार्यक्रम के लिए क्रायोजेनिक इंजन योग्यता को पूरा करने के लिए इंजन को दो छोटी अवधि के परीक्षणों के साथ ही एक लंबी अवधि के परीक्षण से भी गुजरना होगा।