देश में कोरोना महामारी का प्रसार तेजी से कम होता जा रहा है। संक्रमितों की संख्या में जहां भारी कमी हो रही है वहीं मृतकों का आंकड़ा भी तेजी से कम हो रहा है। इन सबको देखते हुए भारत के कई राज्यों में प्रतिबंधों को हटा लिया गया है। परिस्थितियां पहले की तरह हो गई हैं। इसके बावजूद खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अभी लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी के निदेशक राकेश मिश्रा ने कहा कि अभी सबको कोरोना वायरस के अंतिम स्टेज में पहुंचने का इंतजार करना चाहिए और सावधानी बरतनी चाहिए। इससे पहले शुक्रवार को चीन में पहली बार संक्रमण के घरेलू मामले 1000 से अधिक हो गए। एक सप्ताह पहले तक यह आंकड़ा 300 मामले प्रति दिन पर था। इसके चलते चीन ने चांगचुन शहर के औद्योगिक केंद्र में लॉकडाउन लागू कर दिया है जहां करीब 90 लाख लोग रहते हैं। वहीं चीन ने यह भी कहा था कि वह पहली बार रैपिड एंटीजन टेस्ट का इस्तेमाल शुरू करेगा।
टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी के निदेशक राकेश मिश्रा का कहना है कि अभी कोरोना गया नहीं है, भविष्य में देश में कई नए वैरिएंट सामने आ सकते हैं। ऐसे में सतर्कता ही एक मात्र बचाव है। उन्होंने कहा कि जब नए वैरिएंट आना बंद हो जाएं तब यह कहा जा सकता है कि कोरोना खत्म हो गया है। लेकिन, अभी महामारी का अंत कहना गलत साबित हो सकता है। अभी कुछ भी हो सकता है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में भारत में कोरोना के 3614 नए मामले सामने आए हैं। वहीं वर्तमान में देश में कोरोना के एक्टिव मामलों की बात की जाए तो ये संख्या भी 40 हजार के करीब रह गई है। वहीं कोरोना रिकवरी रेट वर्तमान में 98.71 फीसदी हो गई है। पिछले 24 घंटों में कोरोना से 5185 लोग ठीक हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के तहत अब तक देश भर में 179.91 करोड़ टीके लगाए जा चुके है।
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देश में कोरोना महामारी का प्रसार तेजी से कम होता जा रहा है। संक्रमितों की संख्या में जहां भारी कमी हो रही है वहीं मृतकों का आंकड़ा भी तेजी से कम हो रहा है। इन सबको देखते हुए भारत के कई राज्यों में प्रतिबंधों को हटा लिया गया है। परिस्थितियां पहले की तरह हो गई हैं। इसके बावजूद खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अभी लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी के निदेशक राकेश मिश्रा ने कहा कि अभी सबको कोरोना वायरस के अंतिम स्टेज में पहुंचने का इंतजार करना चाहिए और सावधानी बरतनी चाहिए। इससे पहले शुक्रवार को चीन में पहली बार संक्रमण के घरेलू मामले 1000 से अधिक हो गए। एक सप्ताह पहले तक यह आंकड़ा 300 मामले प्रति दिन पर था। इसके चलते चीन ने चांगचुन शहर के औद्योगिक केंद्र में लॉकडाउन लागू कर दिया है जहां करीब 90 लाख लोग रहते हैं। वहीं चीन ने यह भी कहा था कि वह पहली बार रैपिड एंटीजन टेस्ट का इस्तेमाल शुरू करेगा।
टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी के निदेशक राकेश मिश्रा का कहना है कि अभी कोरोना गया नहीं है, भविष्य में देश में कई नए वैरिएंट सामने आ सकते हैं। ऐसे में सतर्कता ही एक मात्र बचाव है। उन्होंने कहा कि जब नए वैरिएंट आना बंद हो जाएं तब यह कहा जा सकता है कि कोरोना खत्म हो गया है। लेकिन, अभी महामारी का अंत कहना गलत साबित हो सकता है। अभी कुछ भी हो सकता है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में भारत में कोरोना के 3614 नए मामले सामने आए हैं। वहीं वर्तमान में देश में कोरोना के एक्टिव मामलों की बात की जाए तो ये संख्या भी 40 हजार के करीब रह गई है। वहीं कोरोना रिकवरी रेट वर्तमान में 98.71 फीसदी हो गई है। पिछले 24 घंटों में कोरोना से 5185 लोग ठीक हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के तहत अब तक देश भर में 179.91 करोड़ टीके लगाए जा चुके है।