न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: आसिम खान
Updated Thu, 07 Mar 2019 03:17 AM IST
केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह ने वायुसेना के हवाई हमले को लेकर सुबूत मांगने पर विपक्षी दलों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अगली बार अगर वायुसेना ऐसा कुछ करें तो वह सुबूत मांगने वाले नेताओं को विमान में बांध कर ले जाएं ताकि जब बम चलें तो टारगेट देख लें। साथ ही उनको वहीं उतार दें जिससे वे उससे होने वाले नुकसान का जायजा ले सकें। अपने फेसबुक पोस्ट में पूर्व सेनाध्यक्ष ने विपक्ष, मीडिया और छात्र नेताओं की भी तीखी आलोचना की।
उन्होंने लिखा कि देशवासी चाहते हैं कि आतंकवाद से जंग के लिए भारत इस्राइल का अनुसरण करे लेकिन विपक्ष के चलते ऐसा नहीं हो सकता। इस्राइल के लोग अपनी सेना पर संदेह नहीं करते और न ही उसे अपमानित करने की कोशिश करते हैं। उनकी सेना जब ऑपरेशन म्यूनिख जैसे टास्क को अंजाम देती है तो कोई सवाल नहीं उठाता है। जेएनयू में कथित देश विरोधी नारेबाजी, मीडिया और अभिनेताओं को लेकर उन्होंने कहा कि इस्राइल के नेता सेनाध्यक्ष को गुंडा नहीं कहते।
करदाताओं के पैसे पर ऐश करने वाले शहला या कन्हैया जैसे लोगों की तरह आर्मी को रेपिस्ट कहते नहीं फिरते। उन्होंने लिखा कि पड़ोसी मुल्क के साथ ही देश के अंदर पर भी एक सर्जिकल स्ट्राइक की जरूरत है। यदि ऐसा नहीं हो पाया तो लुटेरे लूटने के लिए तैयार बैठे हैं। अगर आज सच में पाकिस्तान के साथ युद्ध हो जाए तो प्याज-टमाटर-पेट्रोल महंगा होने पर कई लोग सड़कों पर आ जाएंगे।
पाकिस्तान की भाषा बोल रहे कांग्रेस और उसके सहयोगी : नरसिम्हा राव
भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने बालाकोट हवाई हमले के मुद्दे पर कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों पर पाकिस्तान की भाषा बोलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब आतंकवाद के मुद्दे पर पूरा विश्व भारत के साथ खड़ा है तो ये लोग आतंकवाद का निर्यात करने वाले पाकिस्तान के पीछे जा खड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में घुसकर बड़ी संख्या में आतंकियों के मारे जाने पर कांग्रेस और इसके मित्रों का रोना, चिल्लाना चौंकाने वाला है। कांग्रेस के नेता वायुसेना की कार्रवाई को लेकर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं जोकि समझ से परे है।
केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह ने वायुसेना के हवाई हमले को लेकर सुबूत मांगने पर विपक्षी दलों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अगली बार अगर वायुसेना ऐसा कुछ करें तो वह सुबूत मांगने वाले नेताओं को विमान में बांध कर ले जाएं ताकि जब बम चलें तो टारगेट देख लें। साथ ही उनको वहीं उतार दें जिससे वे उससे होने वाले नुकसान का जायजा ले सकें। अपने फेसबुक पोस्ट में पूर्व सेनाध्यक्ष ने विपक्ष, मीडिया और छात्र नेताओं की भी तीखी आलोचना की।
उन्होंने लिखा कि देशवासी चाहते हैं कि आतंकवाद से जंग के लिए भारत इस्राइल का अनुसरण करे लेकिन विपक्ष के चलते ऐसा नहीं हो सकता। इस्राइल के लोग अपनी सेना पर संदेह नहीं करते और न ही उसे अपमानित करने की कोशिश करते हैं। उनकी सेना जब ऑपरेशन म्यूनिख जैसे टास्क को अंजाम देती है तो कोई सवाल नहीं उठाता है। जेएनयू में कथित देश विरोधी नारेबाजी, मीडिया और अभिनेताओं को लेकर उन्होंने कहा कि इस्राइल के नेता सेनाध्यक्ष को गुंडा नहीं कहते।
करदाताओं के पैसे पर ऐश करने वाले शहला या कन्हैया जैसे लोगों की तरह आर्मी को रेपिस्ट कहते नहीं फिरते। उन्होंने लिखा कि पड़ोसी मुल्क के साथ ही देश के अंदर पर भी एक सर्जिकल स्ट्राइक की जरूरत है। यदि ऐसा नहीं हो पाया तो लुटेरे लूटने के लिए तैयार बैठे हैं। अगर आज सच में पाकिस्तान के साथ युद्ध हो जाए तो प्याज-टमाटर-पेट्रोल महंगा होने पर कई लोग सड़कों पर आ जाएंगे।
पाकिस्तान की भाषा बोल रहे कांग्रेस और उसके सहयोगी : नरसिम्हा राव
भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने बालाकोट हवाई हमले के मुद्दे पर कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों पर पाकिस्तान की भाषा बोलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब आतंकवाद के मुद्दे पर पूरा विश्व भारत के साथ खड़ा है तो ये लोग आतंकवाद का निर्यात करने वाले पाकिस्तान के पीछे जा खड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में घुसकर बड़ी संख्या में आतंकियों के मारे जाने पर कांग्रेस और इसके मित्रों का रोना, चिल्लाना चौंकाने वाला है। कांग्रेस के नेता वायुसेना की कार्रवाई को लेकर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं जोकि समझ से परे है।