राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित केंद्रीय विश्वविद्यालय जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छह छात्रों ने बड़ी उपलब्धि अर्जित की है। जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छह रिसर्च स्कॉलर्स यानी शोधार्थियों ने प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप पाने में सफलता पाई है। इसकी जानकारी जामिया मिल्लिया इस्लामिया की कुलपति प्रो. नजमा अख्तर ने स्वयं दी है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने भी छात्रों को बधाई देते हुए ट्वीट किया है। इस पर जामिया मिल्लिया इस्लामिया के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से धन्यवाद संदेश भी ट्वीट किया गया है। गौरतलब है कि इससे पहले इससे पहले, मई 2020 की लेटरल एंट्री स्कीम के तहत, सेंटर फॉर नैनोसाइंस एंड नैनो टेक्नोलॉजी (CNN), JMI से मरिया खान और अबगीना शब्बीर को फेलोशिप के लिए चुना गया था।
केंद्रीय विश्वविद्यालय की ओर से कहा गया कि जामिया मिलिया इस्लामिया (जेएमआई) के लिए यह बहुत गर्व की बात है कि दिसंबर 2020 ड्राइव की लेटरल एंट्री स्कीम के तहत इसके छह शोधार्थियों को प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप (पीएमआरएफ) से सम्मानित किया गया है। उनके नाम और विभाग/केंद्र इस प्रकार हैं:
- फ़ोज़िया तबस्सुम - सिविल इंजीनियरिंग
- मोमिना - सिविल इंजीनियरिंग
- अजरा मलिक - इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
- फिरोज खान - सेंटर फॉर नैनोसाइंस एंड नैनो टेक्नोलॉजी
- आलिया तैयब - बुनियादी विज्ञान में अंतःविषय अनुसंधान केंद्र
- आशी सैफ - भौतिक चिकित्सा और पुनर्वास विज्ञान केंद्र
जामिया की कुलपति प्रो. नजमा अख्तर ने शुक्रवार को व्यक्तिगत रूप से सभी शोधार्थियों को बधाई देने के लिए बुलाया। उन्होंने कहा कि छह शोधार्थियों में से पांच छात्राएं हैं जो दर्शाती हैं कि वे शोध क्षेत्र में कितना अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह अन्य छात्रों, विशेष रूप से विश्वविद्यालय की छात्राओं को विज्ञान और अनुसंधान में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि जामिया उत्कृष्टता के लिए खड़ा है और अपने छात्रों को महान उपलब्धियों को प्राप्त करने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए कड़ी मेहनत करता है। कुलपति ने इस उपलब्धि के लिए शोध विभाग के समन्वयक पीएमआरएफ-जेएमआई प्रोफेसर अब्दुल कयूम अंसारी के प्रयासों की भी सराहना की।
शोधार्थियों को मिलेगी अच्छी राशि
पीएमआरएफ-जेएमआई के समन्वयक प्रोफेसर अब्दुल कय्यूम अंसारी ने कहा कि छह शोधकर्ताओं को व्यक्तिगत रूप से पहले दो वर्षों के लिए 70,000 रुपये, तीसरे वर्ष के लिए 75,000 रुपये, चौथे और पांचवें वर्ष के लिए क्रमशः 80,000 रुपये की प्रति माह फेलोशिप मिलेगी। इसके अलावा, प्रत्येक फेलो को पीएमआरएफ के तहत प्रति वर्ष 2 लाख (पांच साल के लिए कुल 10 लाख रुपये) रुपये का शोध अनुदान मिलेगा।