देशभर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। कई राज्यों में कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। सीबीएसई बोर्ड की दसवीं और बारहवीं परीक्षा देने वाले छात्र भी बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर चिंतित हैं। विद्यार्थियों और अभिभावकों ने सरकार के सामने विभिन्न माध्यमों के जरिए अपनी चिंता जाहिर भी की है। छात्रों और अभिभावकों ने केंद्र सरकार से बोर्ड की दसवीं और बारहवीं कक्षा की परीक्षाओं को स्थगित करने और उनकी तारीख आगे बढ़ाने का अनुरोध किया है। एक लाख से अधिक छात्रों ने याचिकाओं पर हस्ताक्षर कर सरकार से मई में होने वाली बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने या उन्हें ऑनलाइन कराने का अनुरोध किया है। #कैंसलबोर्डएग्जाम के जरिए छात्र सीबीएसई बोर्ड परीक्षा का विरोध कर रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या बोर्ड परीक्षाएं स्थगित होंगी? आइए जानते हैं इस मामले को लेकर सीबीएसई का क्या कहना है?
सीबीएसई बोर्ड की दसवीं और बारहवीं कक्षा की परीक्षाओं को स्थगित करने को लेकर अभी बोर्ड की तरफ से कोई निर्णय नहीं लिया गया है। हालांकि, बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक का कहना है कि बोर्ड ने सोशल डिस्टेंसिंग प्रोटोकॉल के कारण केंद्रों की संख्या में 50 फीसदी की बढ़ोतरी की है। बोर्ड परीक्षाएं तय कार्यक्रम के अनुसार होंगी। उनका कहना है कि परीक्षाओं के दौरान सरकारी की तरफ से जारी कोविड-19 दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा। सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं को लेकर विद्यार्थियों और छात्रों को जागरुक करेगी। आपको बता दें कि सीबीएसई बोर्ड की दसवीं और बारहवीं कक्षा की परीक्षाएं 4 मई से शुरू होंगी और 11 जून को खत्म होंगी। जबकि स्कूलों में प्रैक्टिकल परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। बोर्ड पहले ही मूल्यांकन संबंध में संबद्ध स्कूलों को नोटिस जारी कर चुका है।
बोर्ड ने स्कूलों से 10 अप्रैल तक ओएएसआईएस ( OASIS) पर शिक्षक जानकारी अपडेट करने के लिए कहा है और चेतावनी दी है कि अगर सही वक्त पर शिक्षक जानकारी अपडेट नहीं हुई तो स्कूलों के ऊपर 50 हजार रुपये से ज्यादा का जुर्माना लगेगा और उनके स्कूल का परिणाम घोषित नहीं होगा। दूसरी तरफ बोर्ड ने दसवीं और बारहवीं कक्षा की परीक्षाओं के सभी विषयों को लेकर सैंपल पेपर भी जारी कर दिए हैं।
देशभर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। कई राज्यों में कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। सीबीएसई बोर्ड की दसवीं और बारहवीं परीक्षा देने वाले छात्र भी बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर चिंतित हैं। विद्यार्थियों और अभिभावकों ने सरकार के सामने विभिन्न माध्यमों के जरिए अपनी चिंता जाहिर भी की है। छात्रों और अभिभावकों ने केंद्र सरकार से बोर्ड की दसवीं और बारहवीं कक्षा की परीक्षाओं को स्थगित करने और उनकी तारीख आगे बढ़ाने का अनुरोध किया है। एक लाख से अधिक छात्रों ने याचिकाओं पर हस्ताक्षर कर सरकार से मई में होने वाली बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने या उन्हें ऑनलाइन कराने का अनुरोध किया है। #कैंसलबोर्डएग्जाम के जरिए छात्र सीबीएसई बोर्ड परीक्षा का विरोध कर रहे हैं।
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या बोर्ड परीक्षाएं स्थगित होंगी? आइए जानते हैं इस मामले को लेकर सीबीएसई का क्या कहना है?
सीबीएसई बोर्ड की दसवीं और बारहवीं कक्षा की परीक्षाओं को स्थगित करने को लेकर अभी बोर्ड की तरफ से कोई निर्णय नहीं लिया गया है। हालांकि, बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक का कहना है कि बोर्ड ने सोशल डिस्टेंसिंग प्रोटोकॉल के कारण केंद्रों की संख्या में 50 फीसदी की बढ़ोतरी की है। बोर्ड परीक्षाएं तय कार्यक्रम के अनुसार होंगी। उनका कहना है कि परीक्षाओं के दौरान सरकारी की तरफ से जारी कोविड-19 दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा। सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं को लेकर विद्यार्थियों और छात्रों को जागरुक करेगी। आपको बता दें कि सीबीएसई बोर्ड की दसवीं और बारहवीं कक्षा की परीक्षाएं 4 मई से शुरू होंगी और 11 जून को खत्म होंगी। जबकि स्कूलों में प्रैक्टिकल परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। बोर्ड पहले ही मूल्यांकन संबंध में संबद्ध स्कूलों को नोटिस जारी कर चुका है।
बोर्ड ने स्कूलों से 10 अप्रैल तक ओएएसआईएस ( OASIS) पर शिक्षक जानकारी अपडेट करने के लिए कहा है और चेतावनी दी है कि अगर सही वक्त पर शिक्षक जानकारी अपडेट नहीं हुई तो स्कूलों के ऊपर 50 हजार रुपये से ज्यादा का जुर्माना लगेगा और उनके स्कूल का परिणाम घोषित नहीं होगा। दूसरी तरफ बोर्ड ने दसवीं और बारहवीं कक्षा की परीक्षाओं के सभी विषयों को लेकर सैंपल पेपर भी जारी कर दिए हैं।