न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Tue, 27 Oct 2020 01:59 AM IST
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दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने वाहन चोरी करने वाले एक गिरोह के सरगना को गिरफ्तार किया है। आरोपी अपने साथियों के साथ लैपटॉप से कारों के लॉक को डिकोड करता था। लॉक डिकोड होने के बाद ये कार को चुरा लेता था। गिरोह दिल्ली, हरियाणा व यूपी में वाहन चोरी करता था और पंजाब में बेचता है। सरगना के पास से चोरी की आठ लग्जरी कारें बरामद की गई हैं। गिरफ्तार सरगना संजीव कुमार उर्फ गंजा (40) वाहन चोरी करते समय हथियार अपने पास रखता था।
अपराध शाखा डीसीपी मोनिका भारद्वाज के अनुसार, वाहन चोरी की घटनाओं को देखते हुए इंस्पेक्टर नीरज चौधरी की देखरेख में एसआई कमल कुमार व एएसआई गुलाब सिंह की विशेष टीम बनाई गई। टीम को जांच में पता लगा कि संजीव हाल ही में जेल से बाहर आया है और गिरोह को संगठित कर वाहन चोरी कर रहा है।
आरोपी चोरी की कारों को पंजाब के फरीदकोट, तरण तारण और अमृतसर में बेचता है। पुलिस टीम ने संजीव को रिंग रोड स्थित भैरव मंदिर से 18 अक्तूबर को गिरफ्तार कर रिमांड पर ले रखा था, जिसे सोमवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। मूलरूप से हापुड़ के गांव बदला निवासी संजीव पुलिस से बचने के लिए मेरठ में बागपत रोड स्थित सुंद्रम कॉलोनी में रह रहा था। संजीव चोरी की कार को 40 से 50 हजार रुपये में बेचता था।
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने वाहन चोरी करने वाले एक गिरोह के सरगना को गिरफ्तार किया है। आरोपी अपने साथियों के साथ लैपटॉप से कारों के लॉक को डिकोड करता था। लॉक डिकोड होने के बाद ये कार को चुरा लेता था। गिरोह दिल्ली, हरियाणा व यूपी में वाहन चोरी करता था और पंजाब में बेचता है। सरगना के पास से चोरी की आठ लग्जरी कारें बरामद की गई हैं। गिरफ्तार सरगना संजीव कुमार उर्फ गंजा (40) वाहन चोरी करते समय हथियार अपने पास रखता था।
अपराध शाखा डीसीपी मोनिका भारद्वाज के अनुसार, वाहन चोरी की घटनाओं को देखते हुए इंस्पेक्टर नीरज चौधरी की देखरेख में एसआई कमल कुमार व एएसआई गुलाब सिंह की विशेष टीम बनाई गई। टीम को जांच में पता लगा कि संजीव हाल ही में जेल से बाहर आया है और गिरोह को संगठित कर वाहन चोरी कर रहा है।
आरोपी चोरी की कारों को पंजाब के फरीदकोट, तरण तारण और अमृतसर में बेचता है। पुलिस टीम ने संजीव को रिंग रोड स्थित भैरव मंदिर से 18 अक्तूबर को गिरफ्तार कर रिमांड पर ले रखा था, जिसे सोमवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। मूलरूप से हापुड़ के गांव बदला निवासी संजीव पुलिस से बचने के लिए मेरठ में बागपत रोड स्थित सुंद्रम कॉलोनी में रह रहा था। संजीव चोरी की कार को 40 से 50 हजार रुपये में बेचता था।