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मौसम पूरी तरह से साफ होने के बाद शासन से निम के लिए उपलब्ध हेलीकॉप्टर गुप्तकाशी से सामग्री लेकर केदारनाथ धाम पहुंचा। हेलीकॉप्टर ने तीन चक्कर लगाए, जिसमें उसने मिट्टी तेल, डीजल सहित कपड़े का जाल और अन्य जरूरी सामान भी पहुंचाया।
बर्फबारी से केदारनाथ में दो दिन से ठप पड़े पुनर्निर्माण कार्य में बुधवार से फिर से तेजी आ गई है। निम के मजदूरों ने निर्माणाधीन हेलीपैड के ऊपर जमी बर्फ जेसीबी से पूरी तरह से साफ कर दी है। वहीं शेष कार्य पूरा करने के लिए कमर कस दी है। यहां पर अन्य स्थानों पर जमी बर्फ को भी तेजी से साफ किया जा रहा है।
इधर बुधवार को गुप्तकाशी पहुंचे हेलीकॉप्टर ने केदारनाथ के तीन चक्कर लगाए। इस दौरान हेलीकॉप्टर से 400 लीटर मिट्टी तेल, 100 लीटर डीजल सहित अन्य छोटी-मोटी जरूरी वस्तुएं पहुंचाई गई। हेलीकॉप्टर फिलहाल गुप्तकाशी ही रहेगा।
यहां से धाम में जरूरी वस्तुओं की सप्लाई के साथ एमआई-26 हेलीकाप्टर के ट्रायल लैंडिंग के लिए जरूरी सामान भी हेलीकाप्टर से धाम में पहुंचाया जाएगा। निम के मीडिया प्रभारी मनोज सेमवाल ने बताया कि केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य पुन: शुरू कर दिया गया है। प्राथमिकता के तौर पर हेलीपैड का शेष 30 मीटर कार्य पूरा किया जाएगा।
अब भी बिजली गुल
केदारनाथ में अब भी बिजली सप्लाई बहाल नहीं हो पाई है। भले ही निम ने सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक सप्लाई बहाल कर दी है। गौरीकुंड से केदारनाथ के बीच 200 मीटर तार टूटने से अब तक धाम में बिजली नहीं है। उम्मीद जताई जा रही है कि बृहस्पतिवार शाम तक तार की मरम्मत कर सप्लाई बहाल कर दी जाएगी।
केदारनाथ पहुंचेंगे केरोहीटर
केदारनाथ में कड़ाके की ठंड से निजात दिलाने के लिए मजदूरों को केरोहीटर (मिट्टी तेल का हीटर) उपलब्ध कराए जा रहे हैं। देहरादून से 25 केरोहीटर गुप्तकाशी पहुंचेंगे, जिन्हें धाम पहुंचाया जाएगा।
मौसम पूरी तरह से साफ होने के बाद शासन से निम के लिए उपलब्ध हेलीकॉप्टर गुप्तकाशी से सामग्री लेकर केदारनाथ धाम पहुंचा। हेलीकॉप्टर ने तीन चक्कर लगाए, जिसमें उसने मिट्टी तेल, डीजल सहित कपड़े का जाल और अन्य जरूरी सामान भी पहुंचाया।
बर्फबारी से केदारनाथ में दो दिन से ठप पड़े पुनर्निर्माण कार्य में बुधवार से फिर से तेजी आ गई है। निम के मजदूरों ने निर्माणाधीन हेलीपैड के ऊपर जमी बर्फ जेसीबी से पूरी तरह से साफ कर दी है। वहीं शेष कार्य पूरा करने के लिए कमर कस दी है। यहां पर अन्य स्थानों पर जमी बर्फ को भी तेजी से साफ किया जा रहा है।
इधर बुधवार को गुप्तकाशी पहुंचे हेलीकॉप्टर ने केदारनाथ के तीन चक्कर लगाए। इस दौरान हेलीकॉप्टर से 400 लीटर मिट्टी तेल, 100 लीटर डीजल सहित अन्य छोटी-मोटी जरूरी वस्तुएं पहुंचाई गई। हेलीकॉप्टर फिलहाल गुप्तकाशी ही रहेगा।
ट्रायल लैंडिंग के लिए पहुंचाया जाएगा सामान
यहां से धाम में जरूरी वस्तुओं की सप्लाई के साथ एमआई-26 हेलीकाप्टर के ट्रायल लैंडिंग के लिए जरूरी सामान भी हेलीकाप्टर से धाम में पहुंचाया जाएगा। निम के मीडिया प्रभारी मनोज सेमवाल ने बताया कि केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य पुन: शुरू कर दिया गया है। प्राथमिकता के तौर पर हेलीपैड का शेष 30 मीटर कार्य पूरा किया जाएगा।
अब भी बिजली गुल
केदारनाथ में अब भी बिजली सप्लाई बहाल नहीं हो पाई है। भले ही निम ने सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक सप्लाई बहाल कर दी है। गौरीकुंड से केदारनाथ के बीच 200 मीटर तार टूटने से अब तक धाम में बिजली नहीं है। उम्मीद जताई जा रही है कि बृहस्पतिवार शाम तक तार की मरम्मत कर सप्लाई बहाल कर दी जाएगी।
केदारनाथ पहुंचेंगे केरोहीटर
केदारनाथ में कड़ाके की ठंड से निजात दिलाने के लिए मजदूरों को केरोहीटर (मिट्टी तेल का हीटर) उपलब्ध कराए जा रहे हैं। देहरादून से 25 केरोहीटर गुप्तकाशी पहुंचेंगे, जिन्हें धाम पहुंचाया जाएगा।