त्रिकोणीय सीरीज का फाइनल शुरू होने में महज कुछ घंटे शेष रह गए हैं। लेकिन दोनों टीमों के अलावा एक खिलाड़ी है जिसे इस मैच का बेसब्री से इंतजार है।
जिस खिलाड़ी को इस मैच का इंतजार, उनका नाम है महेला जयवर्धने। श्रीलंका का यह पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल मुकाबले में उतरने के साथ ही एक अनोखे क्लब में शामिल हो जाएगा।
उस अनोखे क्लब में जयवर्धने से पहले सिर्फ हमवतन सनत जयसूर्या और मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ही शामिल हैं।
जयवर्धने गुरुवार को वनडे क्रिकेट में अपना चार सौंवां मैच खेलने उतरेंगे। इस मुकाम तक पहुंचने वाले वे दुनिया के महज तीसरे और श्रीलंका के दूसरे क्रिकेटर होंगे।
जयवर्धने के अलावा जयसूर्या और तेंदुलकर वनडे क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं।
वनडे में दो सौ कैच लपकने का रिकॉर्ड
श्रीलंका के इस दिग्गज बल्लेबाज के लिए यह सीरीज बेहद खास रही है। पिछले मैच में ही उन्होंने सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का कैच पकड़ते हुए वनडे क्रिकेट में अपना दो सौंवां कैच लपका था।
वनडे क्रिकेट में दो सौ कैच लपकने वाले वे दुनिया के एकमात्र क्षेत्ररक्षक हैं। साथ ही उनका रिकॉर्ड लंबे समय तक टूटने वाला भी नहीं है क्योंकि उनके पीछे यानी दूसरे स्थान पर यूनुस खान हैं जिन्होंने 126 कैच लपके हैं।
जयवर्धने ने श्रीलंका की तरफ से खेले गए वनडे मैचों में 57 फीसदी मैच खेले हैं। इसके अलावा महेला एकमात्र ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने दो मौकों पर लगातार सौ या सौ से ज्यादा वनडे मैच खेलने का रिकॉर्ड बनाया है।
लगातार मैच खेलने का बनाया रिकॉर्ड
उन्होंने मई 1999 से मार्च 2003 तक लगातार 119 मैच खेले हैं। इसके बाद अपने रिकॉर्ड में और सुधार करते हुए नवंबर 2005 से दिसंबर 2009 के बीच 122 मैच खेलने का रिकॉर्ड बनाया।
जयवर्धने श्रीलंका के किस कदर के बेजोड़ बल्लेबाज हैं उसका अंदाजा इसी रिकॉर्ड से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अपनी टीम के लिए ओपनिंग से लेकर पांचवें क्रम तक बल्लेबाजी करते हुए हर क्रम पर शतक लगाए हैं।
त्रिकोणीय सीरीज का फाइनल शुरू होने में महज कुछ घंटे शेष रह गए हैं। लेकिन दोनों टीमों के अलावा एक खिलाड़ी है जिसे इस मैच का बेसब्री से इंतजार है।
जिस खिलाड़ी को इस मैच का इंतजार, उनका नाम है महेला जयवर्धने। श्रीलंका का यह पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल मुकाबले में उतरने के साथ ही एक अनोखे क्लब में शामिल हो जाएगा।
उस अनोखे क्लब में जयवर्धने से पहले सिर्फ हमवतन सनत जयसूर्या और मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ही शामिल हैं।
जयवर्धने गुरुवार को वनडे क्रिकेट में अपना चार सौंवां मैच खेलने उतरेंगे। इस मुकाम तक पहुंचने वाले वे दुनिया के महज तीसरे और श्रीलंका के दूसरे क्रिकेटर होंगे।
जयवर्धने के अलावा जयसूर्या और तेंदुलकर वनडे क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं।
वनडे में दो सौ कैच लपकने का रिकॉर्ड
श्रीलंका के इस दिग्गज बल्लेबाज के लिए यह सीरीज बेहद खास रही है। पिछले मैच में ही उन्होंने सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का कैच पकड़ते हुए वनडे क्रिकेट में अपना दो सौंवां कैच लपका था।
वनडे क्रिकेट में दो सौ कैच लपकने वाले वे दुनिया के एकमात्र क्षेत्ररक्षक हैं। साथ ही उनका रिकॉर्ड लंबे समय तक टूटने वाला भी नहीं है क्योंकि उनके पीछे यानी दूसरे स्थान पर यूनुस खान हैं जिन्होंने 126 कैच लपके हैं।
जयवर्धने ने श्रीलंका की तरफ से खेले गए वनडे मैचों में 57 फीसदी मैच खेले हैं। इसके अलावा महेला एकमात्र ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने दो मौकों पर लगातार सौ या सौ से ज्यादा वनडे मैच खेलने का रिकॉर्ड बनाया है।
लगातार मैच खेलने का बनाया रिकॉर्ड
उन्होंने मई 1999 से मार्च 2003 तक लगातार 119 मैच खेले हैं। इसके बाद अपने रिकॉर्ड में और सुधार करते हुए नवंबर 2005 से दिसंबर 2009 के बीच 122 मैच खेलने का रिकॉर्ड बनाया।
जयवर्धने श्रीलंका के किस कदर के बेजोड़ बल्लेबाज हैं उसका अंदाजा इसी रिकॉर्ड से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अपनी टीम के लिए ओपनिंग से लेकर पांचवें क्रम तक बल्लेबाजी करते हुए हर क्रम पर शतक लगाए हैं।