मोहाली में खेले गए 'करो या मरो' मुकाबले में वेस्टइंडीज ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत को 115 रनों का लक्ष्य दिया जवाब में मेजबान टीम ने काफी संघर्ष किया लेकिन उसे हार मिली। मैच में हार के साथ ही भारतीय महिला टीम की चुनौती वर्ल्ड कप से खत्म हो गई। भारत 20 ओवर में 9 विकेट पर 111 रन ही बना सकी। इससे पहले विंडीज टीम ने इतने ही ओवर में 8 विकेट पर 114 रन बनाए थे।
पहले बल्लेबाजी करते हुए कैरेबियाई टीम की शुरुआत भारतीय गेंदबाजों के अनुकूल रही और महज 26 रनों के भीतर भारत को 3 सफलताएं मिली। हालांकि इसके बाद चौथी सफलता के लिए भारत को काफी इंतजार करना पड़ा। 103 पर चौथा विकेट हासिल करने के बाद भारतीय गेंदबाजों ने वापसी की और 11 रनों के भीतर 5 विकेट झटक लिए।
दूसरी ओर, लगातार विकेट गंवाने के बावजूद कैरेबियाई बल्लेबाज स्कोर सम्मानजनक पहुंचा चुकी थीं। टीम की कप्तान स्टेफनी टेलर ने 47 रन बनाए। उनके बाद डीनद्रा डोटिन ने 45 रन ठोंके। दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए 77 रनों की अर्धशतकीय साझेदारी भी हुई।
जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय महिला टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। कप्तान मिताली राज खाता भी नहीं खोल सकी। दूसरा झटका 22 के स्कोर पर लगा। भारतीय महिला टीम की युवराज सिंह कही जाने वाली हरमनप्रीत कौर सिर्फ 7 रन ही बना सकी। हालांकि स्मृति मंदाना ने एक छक्का और एक चौके की मदद से 22 रन ठोंके। इससे पहले वेला कृष्णमूर्ति ने 4 ताबड़तोड़ चौकों की मदद से 18 रन बनाए।
आखिर में अनुजा पाटिल (26) और झूलन गोस्वामी (25) ने मैच में भारत की संभावनाओं को बनाए रखा, लेकिन इन दोनों के आउट होते ही भारत की बाकी उम्मीदें भी ध्वस्त हो गई। आखिर ओवर काफी रोमांचक रहा।
जब भारत को एक ओवर में 10 रनों की जरुरत थी। भारत के पास वापसी का मौका था, लेकिन पहली ही गेंद पर एकता बिष्ट बोल्ड हो गई। हालांकि अगली गेंद पर चौका जड़ने के बाद शिखा पांडे ओवर की तीसरी गेंद पर रनआउट हो गई। पांचवीं गेंद पर भारत ने एक और विकेट गंवाया और इस तरह भारत 3 रन से मैच हार गई।
मोहाली में खेले गए 'करो या मरो' मुकाबले में वेस्टइंडीज ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत को 115 रनों का लक्ष्य दिया जवाब में मेजबान टीम ने काफी संघर्ष किया लेकिन उसे हार मिली। मैच में हार के साथ ही भारतीय महिला टीम की चुनौती वर्ल्ड कप से खत्म हो गई। भारत 20 ओवर में 9 विकेट पर 111 रन ही बना सकी। इससे पहले विंडीज टीम ने इतने ही ओवर में 8 विकेट पर 114 रन बनाए थे।
पहले बल्लेबाजी करते हुए कैरेबियाई टीम की शुरुआत भारतीय गेंदबाजों के अनुकूल रही और महज 26 रनों के भीतर भारत को 3 सफलताएं मिली। हालांकि इसके बाद चौथी सफलता के लिए भारत को काफी इंतजार करना पड़ा। 103 पर चौथा विकेट हासिल करने के बाद भारतीय गेंदबाजों ने वापसी की और 11 रनों के भीतर 5 विकेट झटक लिए।
दूसरी ओर, लगातार विकेट गंवाने के बावजूद कैरेबियाई बल्लेबाज स्कोर सम्मानजनक पहुंचा चुकी थीं। टीम की कप्तान स्टेफनी टेलर ने 47 रन बनाए। उनके बाद डीनद्रा डोटिन ने 45 रन ठोंके। दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए 77 रनों की अर्धशतकीय साझेदारी भी हुई।