बिलासपुर/डेस्क। गरमी के उग्र तेवर से शहर दहकने लगा है, गुरुवार को तापमान 46 डिग्री के करीब जा पहुंचा सुबह से सूरज की प्रचंड किरणों ने लोगों की हालत पस्त कर दी । देर शाम तक तेज लू भी लोगों को बेहाल करती रही। पूरे प्रदेश में सर्वाधिक गरम इस शहर में अभी तापमान और बढेग़ी संभावना है । इस दौरान गरमी का 135 साल पुराना रिकार्ड टूट सकता है। उस समय मई माह में शहर का तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा था।
शहर अब भीषण गरमी और लू की चपेट में आ चुका है जनजीवन बूरी तरह प्रभावित हो चुका है। पूरे प्रदेश में सबसे अधिक तापमान गुरुवार को बिलासपुर 46 डिग्री रहा। वहीं दूसरे नंबर पर रायपुर सर्वाधिक गरम शहर रहा जहां तापमान 45.4 डिग्री दर्ज किया गया। आज सुबह से ही शहर सूरज की तपिश से दहकता रहा, देर शाम तक तेज गरम हवाओं के थपेड़े लोगों को झुलसाते रहे। कुलर-पंखे भी अब प्रचंड गरमी के आगे बेअसर हो रहे है। पिछले साल मई के आखिरी तक भी शहर इतना गरम नहीं था। भीषण गरमी ने लोगों को दहशत में डाल दिया है। इन दिनों पूरा छत्तीसगढ़ लू की चपेट में है। प्रदेश के सभी प्रमुख नगरों में तापमान 45 डिग्री से ऊपर चल रहा है। मई माह के अंतिम दिनों में गरमी का इतना रौद्र रूप वर्षों बाद देखने को मिल रहा है। सूरज की तेज किरणों ने जनजीवन बूरी तरह प्रभावित कर दिया है।
अब भी शहर का तापमान पूरे प्रदेश में सर्वाधिक 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दूसरे क्रम में रायपुर 45.4 डिग्री दर्ज हुआ। रायपुर में 135 वर्ष पूर्व मई माह के अंतिम दिनों में 47.7 डिग्री तापमान दर्ज किया गया था जो अब तक अटूट है। मौसम विभगा के वैज्ञानिक एम एल साहू ने बताया कि पूरा प्रदेश अभी लू की चपेट में है हालांकि प्रदेश की उपरी सतह में द्रोणिका बनी हुई है जिसकी वजह से कल बस्तर संभाग में हल्की बूंदा बांदी हुई थी आगामी 24 घंटे में मौसम शुष्क बना रहेगा और मौसम में बदलाव आने की कोई संभावना नहीं है।
तेज गर्मी के साथ लू चलने के चलते लोगों की सेहत में असर दिखाई पड़ने लगा है। पानी के लिए वार्डों में मारामारी मची हुई है वहीं दूसरी तरफ अस्पतालों में तेज धूप व लू से झुलसकर बीमार होकर पहुंचने वाले लोगों की संख्या भी लगातार बढते जा रही है। वहीं मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि आने वाले दिनों में मौसम के रूख में कोई परिवर्तन दिखाई नहीं देगा। नौतपा में सूर्य की किरणें सीधे पड़ती है इस वजह से तेज गर्मी के हालात बनते हैं। गुरुवार की देर रात से नौतपा की शुरुआत हो गई है 2 जून तक रहेगा। उनका कहना था कि अगर नक्षत्र में तेज गर्मी होती है तो बारिश अच्छी होती है लेकिन मौसम में नमी आ जाए और गर्मी कम पड़े तो बारिश के अच्छे होने के आसार कम हो जाते हैं। इधर मौसम का रूख बदलता दिखलाई पड़ रहा है। जिसमें प्रदेश के दो बड़े संभाग रायपुर-बिलासपुर के अनेक स्थानों में लू की स्थिति है तथा मौसम शुष्क बना हुआ है। पिछले 24 घंटे के दौरान तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। जिसमें कमी आने के कोई आसार दिखलाई नहीं पड़ रहे हैं।
लू के कारण लोगों को बुखार सिरदर्द, बेचैनी, उल्टी-दस्त सहित अन्य मौसमी बीमारियां ने घेरना शुरू कर दिया है। यही वजह है कि निजी और सरकारी अस्पतालों में बीमार होकर अस्पताल पहुंचने वालों की संख्या बढ़ रही है। जबकि लोगों ने लू से निपटने के लिए वैकल्पिक रास्ते चुनना शुरू कर दिया है। इसमें आम का पना, प्याज को पास में रखना शुरू किया है ताकि लू से बचा जा सके। वहीं चिकित्सकों की माने तो लू से बचने के लिए सर्वोत्तम तरीका शरीर को अधिक से अधिक ढंककर रखा जा सके ऐसे प्रयास होने चाहिए। जबकि वार्डों में पानी की कमी के कारण हालात काफी खराब हैं। पानी के लिए मारापीट सहित लड़ाई झगड़े हो रहे हैं। साथ में टैंकरों की जद्दोजहद में लोगों को जुटे देखा जा सकता है। पानी की कमी के चलते लोगों ने प्राइवेट टैंकर बुलाना शुरू कर दिया है। वहीं शहर के प्रमुख जल स्रोतों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। कई वार्डों में पानी की समस्या काफी गंभीर बनी हुई है।