आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान का चेहरा एक बार फिर बेनकाब हुआ है। आतंकवाद पर अपनी सालाना रिपोर्ट में अमेरिका ने कहा कि 26/11 के मुंबई हमले का साजिशकर्ता साजिद मीर उर्फ माजिद पाकिस्तान की बदनाम खुफिया एजेंसी आईएसआई की कड़ी सुरक्षा में रह रहा है। पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड और जैश सरगना मसूद अजहर भी आईएसआई की उच्च सुरक्षा में है।
अमेरिका की इस रिपोर्ट में कहा गया कि मीर और मसूद दोनों पाकिस्तान में हैं और उन्हें लेवल सात सुरक्षा मिली हुई है, जो सामान्य तौर पर पाकिस्तान में आईएसआई की ओर से राष्ट्र प्रमुखों को दी जाती है। हालांकि, इमरान सरकार इन आतंकियों की पाकिस्तान में मौजूदगी से लगातार इनकार करती रही है, लेकिन मीर और मसूद आईएसआई की सबसे ऊंची सुरक्षा में रह रहे हैं।
अमेरिकी नागरिक डेविड कोलमैन हेडली का हैंडलर मीर रावलपिंडी के आदिला जेल रोड पर गार्डन विला हाउसिंग सोसाइटी या लाहौर के अल फैसल टाउन में 27, सी-ब्लॉक या लाहौर के गंदा नाला एरिया में रहता है। मीर के सिर पर 50 लाख डॉलर का इनाम घोषित है। 44 वर्षीय मीर ने 26/11 मुंबई हमले के दौरान चाबड़ हाउस (नरीमन हाउस) में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों को होल्त्जबर्ग दंपति पर गोली चलाने का आदेश दिया था।
मीर ने कराई थी प्लास्टिक सर्जरी
2010 तक लश्कर के ऑपरेशनल चीफ जकी-उर-रहमान लखवी की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार रहे मीर ने न सिर्फ विदेश में आतंकियों की भर्तियां कराई और पाकिस्तानी कैंपों में ट्रेनिंग दी, बल्कि आईएसआई के इंडियन मुजाहिदीन ऑपरेशन का हिस्सा था, जिसे कराची प्रोजेक्ट के रूप में जाना जाता है। 26/11 हमलों के बाद उसने प्लास्टिक सर्जरी भी कराई थी।
बिस्तर पर पड़ा है मसूद अजहर
पुलवामा के अलावा 2016 के पठानकोट एयरबेस पर हमले का मुख्य साजिशकर्ता मसूद पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलपुर में रेलवे लिंक रोड पर जैश-ए-मोहम्मद के हेडक्वार्टर मरकज-ए-उसमान-ओ-अली में बिस्तर पर पड़ा है। मसूद भारत पर हमले की योजना तैयार करता है और उसका भाई मौलाना रऊफ असगर और उसकी टीम इसे अंजाम देती है।
आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान का चेहरा एक बार फिर बेनकाब हुआ है। आतंकवाद पर अपनी सालाना रिपोर्ट में अमेरिका ने कहा कि 26/11 के मुंबई हमले का साजिशकर्ता साजिद मीर उर्फ माजिद पाकिस्तान की बदनाम खुफिया एजेंसी आईएसआई की कड़ी सुरक्षा में रह रहा है। पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड और जैश सरगना मसूद अजहर भी आईएसआई की उच्च सुरक्षा में है।
अमेरिका की इस रिपोर्ट में कहा गया कि मीर और मसूद दोनों पाकिस्तान में हैं और उन्हें लेवल सात सुरक्षा मिली हुई है, जो सामान्य तौर पर पाकिस्तान में आईएसआई की ओर से राष्ट्र प्रमुखों को दी जाती है। हालांकि, इमरान सरकार इन आतंकियों की पाकिस्तान में मौजूदगी से लगातार इनकार करती रही है, लेकिन मीर और मसूद आईएसआई की सबसे ऊंची सुरक्षा में रह रहे हैं।
अमेरिकी नागरिक डेविड कोलमैन हेडली का हैंडलर मीर रावलपिंडी के आदिला जेल रोड पर गार्डन विला हाउसिंग सोसाइटी या लाहौर के अल फैसल टाउन में 27, सी-ब्लॉक या लाहौर के गंदा नाला एरिया में रहता है। मीर के सिर पर 50 लाख डॉलर का इनाम घोषित है। 44 वर्षीय मीर ने 26/11 मुंबई हमले के दौरान चाबड़ हाउस (नरीमन हाउस) में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों को होल्त्जबर्ग दंपति पर गोली चलाने का आदेश दिया था।
मीर ने कराई थी प्लास्टिक सर्जरी
2010 तक लश्कर के ऑपरेशनल चीफ जकी-उर-रहमान लखवी की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार रहे मीर ने न सिर्फ विदेश में आतंकियों की भर्तियां कराई और पाकिस्तानी कैंपों में ट्रेनिंग दी, बल्कि आईएसआई के इंडियन मुजाहिदीन ऑपरेशन का हिस्सा था, जिसे कराची प्रोजेक्ट के रूप में जाना जाता है। 26/11 हमलों के बाद उसने प्लास्टिक सर्जरी भी कराई थी।
बिस्तर पर पड़ा है मसूद अजहर
पुलवामा के अलावा 2016 के पठानकोट एयरबेस पर हमले का मुख्य साजिशकर्ता मसूद पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलपुर में रेलवे लिंक रोड पर जैश-ए-मोहम्मद के हेडक्वार्टर मरकज-ए-उसमान-ओ-अली में बिस्तर पर पड़ा है। मसूद भारत पर हमले की योजना तैयार करता है और उसका भाई मौलाना रऊफ असगर और उसकी टीम इसे अंजाम देती है।