अलकायदा का कहना है कि पाकिस्तान का सेनानिवृत्त जनरल शाहिद अजीज जो रहस्मयी तौर से 2016 में गायब हो गया था उसकी मौत हो गई है। अलकायदा की क्षेत्रीय शाखा द्वारा प्रकाशित मैग्जीन के फरवरी संस्करण में यह बात लिखी गई है। जिसमें उसने आरोप लगाया है कि अजीज के आतंकी संगठन से घनिष्ठ संबंध थे। वहीं उसका परिवार इस बात से इंकार करता रहा है। इस खुलासे ने एक बार फिर पाकिस्तानी सेना और आतंकी संगठनों के संबंधों की पुष्टि की है।
पाकिस्तानी सेना में 67 साल सेवा देने के बाद अजीज 2005 में सेनानिवृत्त हुआ था। जब परवेज मुशर्रफ पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष बने तो उन्होंने अजीज को अन्य प्रमुख पदों के अलावा सैन्य अभियानों के महानिदेशक के रूप में पदोन्नत किया था। सेनानिवृत्ति के बाद अजीज ने एक किताब लिखी थी जिसमें उसने पूर्व सेनाध्यक्ष की नीतियों की काफी आलोचना की थी। रिपोर्ट्स के अनुसार अजीज ने इस्लामिक स्टेट और अन्य जिहादी संगठनों के पक्ष में लड़ने के लिए अपना घर छोड़ दिया था और अफगानिस्तान चला गया था।
2018 में जब उसकी मौत और गायब होने की खबरें आने लगी तो अजीज के रिश्तेदार ने उन्हें खारिज कर दिया और दावा किया कि वह अफगानिस्तान या सीरिया में अमेरिकी फौजों के साथ लड़ते हुए मारा गया है। वहीं अजीज के बेटे ने इन रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया और एक इंटरव्यू में कहा कि जनरल धार्मिक उपदेशों का बहुत निजी जीवन जीया करता था।
हालांकि अब अलकायदा की अल-कायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस) मैग्जीन नवा-ए-अफगान जिहाद ने यह दावा किया है कि जनरल के उससे घनिष्ठ संबंध थे। एक्यूआईएस का गठन अलकायदा प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी ने 2014 में किया था। जिसका उद्देश्य पाकिस्तान, भारत, अफगानिस्तान, म्यांमार और बांग्लादेश की सरकारों से लड़ना था। मैग्जीन ने दावा किया है कि अजीज के आतंकी संगठन से घनिष्ठ संबंध थे। एक वरिष्ठ पत्रकार का कहना है कि यह पहली बार है जब किसी आंतकी संगठन ने कहा है कि अजीज के उससे संबंध थे।
अलकायदा का कहना है कि पाकिस्तान का सेनानिवृत्त जनरल शाहिद अजीज जो रहस्मयी तौर से 2016 में गायब हो गया था उसकी मौत हो गई है। अलकायदा की क्षेत्रीय शाखा द्वारा प्रकाशित मैग्जीन के फरवरी संस्करण में यह बात लिखी गई है। जिसमें उसने आरोप लगाया है कि अजीज के आतंकी संगठन से घनिष्ठ संबंध थे। वहीं उसका परिवार इस बात से इंकार करता रहा है। इस खुलासे ने एक बार फिर पाकिस्तानी सेना और आतंकी संगठनों के संबंधों की पुष्टि की है।
पाकिस्तानी सेना में 67 साल सेवा देने के बाद अजीज 2005 में सेनानिवृत्त हुआ था। जब परवेज मुशर्रफ पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष बने तो उन्होंने अजीज को अन्य प्रमुख पदों के अलावा सैन्य अभियानों के महानिदेशक के रूप में पदोन्नत किया था। सेनानिवृत्ति के बाद अजीज ने एक किताब लिखी थी जिसमें उसने पूर्व सेनाध्यक्ष की नीतियों की काफी आलोचना की थी। रिपोर्ट्स के अनुसार अजीज ने इस्लामिक स्टेट और अन्य जिहादी संगठनों के पक्ष में लड़ने के लिए अपना घर छोड़ दिया था और अफगानिस्तान चला गया था।
2018 में जब उसकी मौत और गायब होने की खबरें आने लगी तो अजीज के रिश्तेदार ने उन्हें खारिज कर दिया और दावा किया कि वह अफगानिस्तान या सीरिया में अमेरिकी फौजों के साथ लड़ते हुए मारा गया है। वहीं अजीज के बेटे ने इन रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया और एक इंटरव्यू में कहा कि जनरल धार्मिक उपदेशों का बहुत निजी जीवन जीया करता था।
हालांकि अब अलकायदा की अल-कायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस) मैग्जीन नवा-ए-अफगान जिहाद ने यह दावा किया है कि जनरल के उससे घनिष्ठ संबंध थे। एक्यूआईएस का गठन अलकायदा प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी ने 2014 में किया था। जिसका उद्देश्य पाकिस्तान, भारत, अफगानिस्तान, म्यांमार और बांग्लादेश की सरकारों से लड़ना था। मैग्जीन ने दावा किया है कि अजीज के आतंकी संगठन से घनिष्ठ संबंध थे। एक वरिष्ठ पत्रकार का कहना है कि यह पहली बार है जब किसी आंतकी संगठन ने कहा है कि अजीज के उससे संबंध थे।