लोकप्रिय और ट्रेंडिंग टॉपिक्स

विज्ञापन
Hindi News ›   World ›   After America winter Storm havoc in Japan and Austria

Cold Wave: अमेरिका में सदी का भयावह बर्फीला तूफान, 60 की मौत, जापान और ऑस्ट्रिया में भी कहर

एजेंसी, न्यूयॉर्क/टोक्यो/फ्रैंकफर्ट। Published by: देव कश्यप Updated Tue, 27 Dec 2022 10:19 AM IST
सार

अमेरिका में क्रिसमस के दौरान आए बर्फीले दूफान से देश के करीब 20 करोड़ लोग बुरी तरह प्रभावित हैं। भारी सर्दी के कारण 41 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कनाडा में भी चार लोगों की जान जा चुकी है।

सांकेतिक तस्वीर।
सांकेतिक तस्वीर। - फोटो : iStock

विस्तार

दुनिया में कई जगह बर्फीली हवाओं और तूफान के चलते जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। अमेरिका में जहां बर्फीले चक्रवाती तूफान ''बम'' के चलते अब तक 60 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं जापान के एक बड़े हिस्से में भारी हिमपात के कारण 17 लोग मारे गए हैं और 93 लोग घायल हैं। यहां सैकड़ों घरों में बिजली गुल है। उधर, यूरोप के ऑस्ट्रिया में हिमस्खलन के कारण 10 लापता हैं।



अमेरिका में क्रिसमस के दौरान आए बर्फीले दूफान से देश के करीब 20 करोड़ लोग बुरी तरह प्रभावित हैं। 49 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कनाडा में भी चार लोगों की जान जा चुकी है। तूफान का असर मेक्सिको तक देखने में आ रहा है। यहां मरीजों तक एंबुलेंस नहीं पहुंच पा रही हैं और कई शहरों में बिजली तक गुल है। सबसे ज्यादा प्रभावित न्यूयॉर्क और मोटाना जैसे शहर है जहां तापमान मायनस 45 डिग्री तक पहुंच गया है।


अमेरिकी अधिकारी इसे सदी का भयावह तूफान बता रहे हैं। अमेरिका के पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों में अब भी बर्फीले तूफान की स्थिति बनी हुई है। पिछले कई दिनों से अमेरिका इससे जकड़ा हुआ है। लाखों घरों की बिजली गुल है, आवाजाही ठप है और चारों ओर बर्फ जमा है। नौ राज्यों में कम से कम 49 मौतें हुई हैं।

आइओवा, विस्कोन्सिन, मिनेसोटा और मिशिगन में भी हालात खराब हैं। अमेरिका के बफैलो में जीरो विजिबिलिटी है, यहां 12 मौतें हुई हैं। जापान में सोमवार को आपात प्रबंधन अधिकारियों ने बताया कि देश में भारी हिमपात के बीच राजमार्गों पर सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। डिलीवरी सेवाओं में देरी हो रही है। सोमवार तक मरने वालों की संख्या 17 हो गई है जबकि 90 से ज्यादा घायल हैं। उधर ऑस्ट्रिया में हिमस्खलन जारी है। यहां जुएर्स कस्बे के पास लोगों के बर्फ में दबे होने की आशंका है। 

न्यूयॉर्क में 30 से 40 इंच मोटी बर्फ की परत
न्यूयॉर्क के गवर्नर कैथी होचुल ने मीडिया से चर्चा में माना कि यह सदी का भयावह बर्फीला तूफान है। पश्चिमी न्यूयॉर्क के इलाके 30 से 40 इंच मोटी बर्फ से ढके रहे। होचुल ने राष्ट्रपति जो बाइडन से फोन पर बात कर उनसे मदद की गुहार लगाई। बाइडन ने कहा कि संघीय सरकार पूरी मदद करेगी, उन्होंने और जिल बाइडन तूफान में प्रियजनों को खोने वालों के लिए प्रार्थना की। 

तूफान की वजह से सिएटल तक बिजली गुल रही। लेकिन काफी मशक्कत के बाद हीटिंग और बिजली को अमेरिका में बहाल कर लिया गया। क्रिसमस के मौके पर काफी यात्री हवाई अड्डों पर फंसे रहे। उनकी फ्लाइट या तो कैंसिल हो गई थी या फिर लेट थी। अटलांटा, शिकागो, डेनेवर, डेट्रॉयट और न्यूयॉर्क तक एयरपोर्ट्स का बुरा हाल था। बफैलो एयरपोर्ट को बंद ही रखा गया।
विज्ञापन

राष्ट्रीय मौसम सेवा के मुताबिक, 43 इंच तक बर्फबारी रिकॉर्ड की गई। बफैलो में एक घंटे तक 2 से 3 इंच की बर्फबारी होती रही। न्यूयॉर्क को बर्फबारी से फिलहाल राहत की उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग ने 14 इंच बर्फबारी का अनुमान लगाया है। यह पहले से बर्फ में दबे शहर की मुश्किलें बढ़ा देगी। 

कार में मिले शव, हाथ बाहर निकालते ही जम रही बर्फ
कुछ अमेरिकी क्षेत्रों में स्थिति ऐसी है कि दरवाजे से हाथ बाहर निकालते ही उस पर बर्फ सी जम जा रही है। न्यूयॉर्क की हालत बद से बदतर है। यहां पर बफैलो सिटी में एरी झील तक जम गई है। यहां कुछ लोगों के शव कार में मिले तो कुछ बर्फ में दबे हुए पाए गए। मौसम सेवा ने सलाह दी है कि तो जो लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं, वो ठीक तरह से कपड़े पहनकर रहें। जितना संभव हो सके अपने चेहरे और त्वचा को कवर करके रहें। साथ ही कार में सेफ्टी किट्स जरूर लेकर चलें। पूरे हफ्ते मौसम इसी तरह से रहेगा और लोगों को घरों में ही रहने की हिदायत दी गई है। 

श्रेणी-1 चक्रवात जैसा है 'बम'
सर्दियों में आए इस भयंकर तूफान को साइक्लोन बम कहा जा रहा है। यह कुछ ही घंटों में जानलेवा बन जाता है। इस दौरान तूफान का प्रेशर एकदम से गिरता है। इलाके में भारी बर्फ गिरती है और तेज हवाएं चलती हैं। बम चक्रवात की स्थिति श्रेणी-1 चक्रवात जैसी ही होती है।

खराब मौसम से 15 हजार उड़ानें रद्द
खराब मौसम की वजह से अमेरिका में 48 घंटे में 15 हजार से ज्यादा उड़ानें हो गई हैं। लोग अपने घर जाकर क्रिसमस नहीं माना सके। उन्हें एयरपोर्ट के फर्श पर सोकर रात बितानी पड़ी। कार से ट्रैवल कर रहे कई लोग रास्तों में ही फंस गए हैं। कमोबेश यही हालत जापान और यूरोपीय देशों में भी देखी जा रही है।  

जापान, ऑस्ट्रिया में बर्फ की मोटी चादर में कई दबे
जापान में मृतक और घायलों में से कई छतों से बर्फ हटाते वक्त गिर गए या छतों से फिसलने वाली बर्फ की मोटी चादर के ढेर के नीचे दब गए। पश्चिमी ऑस्ट्रिया में आए हिमस्खलन से खतरे को स्थानीय पर्वतीय बचाव सेवा ने ‘उच्च’ श्रेणी में रखा है। हिमस्खलन 2,700 मीटर ऊंचे पर्वत पर जुएर्स और लेच एम अर्लबर्ग के बीच हुआ, जहां दबे लोगों को बचाने में 200 बचावकर्मी लगाए गए हैं। 

जापान में बर्फ हटाते वक्त सावधान रहने की सलाह
जापान में बर्फ प्रभावित क्षेत्रों में नगरपालिका कार्यालयों ने निवासियों से बर्फ हटाने के दौरान सावधानी बरतने और अकेले काम न करने की सलाह दी है। आपदा प्रबंधन एजेंसी ने कहा कि टोक्यो के उत्तर में लगभग 300 किलोमीटर उत्तर में यामागाटा प्रांत के नगाई शहर में छत पर बर्फ के मोटे ढेर के नीचे दबी 70 साल की एक महिला मृत पाई गई, जो अचानक उस पर गिर गई। 

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get latest World News headlines in Hindi related political news, sports news, Business news all breaking news and live updates. Stay updated with us for all latest Hindi news.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

क्षमा करें यह सर्विस उपलब्ध नहीं है कृपया किसी और माध्यम से लॉगिन करने की कोशिश करें

;

Followed

;