तीन सितंबर 1923 को बनारस के कबीरचौरा में एक बच्चे का जन्म हुआ। तब किसी को नहीं पता था कि इस बच्चे की तबले की थाप का दीवानी कुछेक लोग नहीं बल्कि पूरा देश होगा। अल्हड़ स्वभाव का ये लड़का ताल और लय दोनों का धनी होगा। प्रसिद्ध बनारस घराने के ताज पर ये एक ऐसा कोहिनूर बनकर जड़ेगा जिसकी चमक से संगीत की दुनिया जगमगाने लगेगी। आज बात भारतीय संगीत के सबसे चमकीले सितारे किशन महाराज की।
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