मशहूर शायर फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की नज़्म 'हम देखेंगे' इन दिनों विवाद में है, इस नज़्म पर आरोप है कि यह सांप्रदायिक है और इसे कटघरे में खड़ा कर दिया गया है। फ़ैसले के लिए आईआईटी कानपुर को चुना गया है। उनके द्वारा एक समिति का गठन किया गया है जो यह बताएगी कि इस नज़्म पर लगे आरोप ठीक हैं या शायर को इससे बरी किया सकता है।
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