हम अपने खूबसूरत पलों को तस्वीरों और वीडियो में कैद करते हैं। विदेशों में अंतिम संस्कार के बाद भी परिवार वाले राख को हीरे या बीड्स में तब्दील कर अपने पास रखते हैं। अब इस फेहरिस्त में एक नई चीज जुड़ गई है।
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इन दिनों मां के दूध से बने गहनों का प्रचलन जोरों पर है। महिलाएं अपने स्तन के दूध को एक जूलरी आइटम में प्रीजर्व करा रही हैं। वह अपनी ब्रेस्ट फीडिंग वाले पलों के प्रतीक के तौर पर ऐसी जूलरी बनवा रही हैं। बच्चे के साथ अपने खूबसूरत रिश्ते को कैद करने का यह तरीका खूब पसंद किया जा रहा है। साल 2013 में इसकी शुरुआत हुई थी। अब यह ट्रेंड भारत में पहुंच चुका है। ब्रेस्ट मिल्क जूलरी बनाने वाले कई भारतीय आर्टिस्ट फेसबुक पेज बनाकर अपना बिजनेस कर रहे हैं।
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वैसे तो अलग-अलग आर्टिस्ट अलग-अलग तरीके से ऐसी जूलरी बनाते हैं। लेकिन आमतौर पर गहने बनाने से पहले मां के दूध के सैंपल में प्रीजर्वेटिव डाला जाता है ताकी वे खराब न हों। इसके बाद उन्हें फ्रीज किया जाता है जिससे वे सख्त हो जाएं। इसके बाद इनके मोल्डिंग का काम किया जाता है। इस प्रक्रिया में काफी वक्त लगता है इसलिए ऑर्डर पूरा होने में लंबा वक्त लगता है।
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जिन महिलाओं को ऐसी जूलरी बनवानी होती है वह ऐसी सेवा देने वाले आर्टिस्ट के बताए पते पर सैंपल भेज देती हैं। फोन, मेल या सोशल मीडिया के जरिये डिजाइन पर चर्चा हो जाती है और बुकिंग की जाती है।
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हालांकि ऐसे गहनों की खूब आलोचना भी हो रही है। लोगों का कहना है कि इससे बीमारी बढ़ने का खतरा है क्योंकि मां के दूध को हमेशा के लिए प्रीजर्व करना मुमकिन नहीं।