हरदोई। खराब ट्रांसफार्मरों को समय से दुरुस्त न कराने से नाराज अवर अभियंता ने बुधवार को सांडी रोड स्थित कार्यशाला पर प्रदर्शन किया। उन्होंने समय से खराब ट्रांसफार्मरों को दुरुस्त कराने की मांग की। इसके बाद उन्होंने अधीक्षण अभियंता को ज्ञापन देकर समस्या के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि ज्यादा दिनों तक ट्रांसफार्मर खराब होने से उन्हें ग्रामीणों का आक्रोश झेलना पड़ रहा है।
अवर अभियंता हरि दीपक यादव ने बताया कि सरकार ने शहरी क्षेत्र में 24 घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों में 48 घंटे में खराब ट्रांसफार्मर बदलने का आदेश दिया है। ट्रांसफार्मर फुंकने के बाद हफ्तों कार्यशाला में पड़े रहते हैं। इन ट्रांसफार्मरों को समय से दुरुस्त नहीं किया जाता है। ट्रांसफार्मर खराब होने से आक्रोशित ग्रामीण जिला स्तरीय अधिकारियों से शिकायत करते हैं। ग्रामीणों की शिकायतों पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है। उन्होंने कहा कि ट्रांसफार्मर दुरुस्त कराने की जिम्मेदारी कार्यशाला के जेई की है। उन्होंने बताया कि जब कार्यशाला से समय से ट्रांसफार्मर नहीं मिल पाते हैं तो वह निर्धारित समय से ट्रांसफार्मर कैसे ठीक करा पाएंगे। अधीक्षण अभियंता विपिन जैन ने अवर अभियंताओं को आश्वस्त करते हुए कहा कि खराब ट्रांसफार्मरों का सामान वर्कशाप में उपलब्ध नहीं है। इससे कुछ समस्या आ रही है। उन्होंने अवर अभियंता को बताया कि उच्चाधिकारियों को इस समस्या से अवगत कराया जा चुका है। इस मौके पर किशन पाल, दिनेश कुमार व सर्वेश कुमार आदि मौजूद रहे।
हरदोई। खराब ट्रांसफार्मरों को समय से दुरुस्त न कराने से नाराज अवर अभियंता ने बुधवार को सांडी रोड स्थित कार्यशाला पर प्रदर्शन किया। उन्होंने समय से खराब ट्रांसफार्मरों को दुरुस्त कराने की मांग की। इसके बाद उन्होंने अधीक्षण अभियंता को ज्ञापन देकर समस्या के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि ज्यादा दिनों तक ट्रांसफार्मर खराब होने से उन्हें ग्रामीणों का आक्रोश झेलना पड़ रहा है।
अवर अभियंता हरि दीपक यादव ने बताया कि सरकार ने शहरी क्षेत्र में 24 घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों में 48 घंटे में खराब ट्रांसफार्मर बदलने का आदेश दिया है। ट्रांसफार्मर फुंकने के बाद हफ्तों कार्यशाला में पड़े रहते हैं। इन ट्रांसफार्मरों को समय से दुरुस्त नहीं किया जाता है। ट्रांसफार्मर खराब होने से आक्रोशित ग्रामीण जिला स्तरीय अधिकारियों से शिकायत करते हैं। ग्रामीणों की शिकायतों पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है। उन्होंने कहा कि ट्रांसफार्मर दुरुस्त कराने की जिम्मेदारी कार्यशाला के जेई की है। उन्होंने बताया कि जब कार्यशाला से समय से ट्रांसफार्मर नहीं मिल पाते हैं तो वह निर्धारित समय से ट्रांसफार्मर कैसे ठीक करा पाएंगे। अधीक्षण अभियंता विपिन जैन ने अवर अभियंताओं को आश्वस्त करते हुए कहा कि खराब ट्रांसफार्मरों का सामान वर्कशाप में उपलब्ध नहीं है। इससे कुछ समस्या आ रही है। उन्होंने अवर अभियंता को बताया कि उच्चाधिकारियों को इस समस्या से अवगत कराया जा चुका है। इस मौके पर किशन पाल, दिनेश कुमार व सर्वेश कुमार आदि मौजूद रहे।