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पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू) और एफिलिएटेड कालेज से पढ़ाई करने वाले गरीब और जरूरतमंद होनहारों के लिए अब कोर्स में दाखिले के साथ ही स्कॉलरशिप का पैसा देने का प्रपोजल तैयार किया जा रहा है।
पीयू के आगामी सत्र से हर साल दिए जाने वाली विभिन्न स्कॉलरशिप के फारमेट में बदलाव करने पर विचार हो रहा है। जल्द ही पीयू की ओर से दी जाने वाली सभी स्कालॅरशिप की पूरी डिटेल अब पीयू की वेबसाइट पर अपडेट होगी।
पीयू में अब विद्यार्थियों के लिए खास स्कॉलरशिप सेल भी बनाया जाएगा। पीयू सीनेट बैठक में फीस बढ़ोतरी पर हुए बवाल के बाद पीयू कुलपति ने स्कॉलरशिप राशि बढ़ाने के प्रस्ताव पर विचार का आश्वासन दिया।
सभी सीनेटर ने एक साथ मिलकर स्कॉलरशिप राशि बढ़ाने की मांग की थी। पीयू यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल (यूबीएस) के प्रोफेसर प्रो.कर्मजीत सिंह ने स्कॉलरशिप की प्रक्रिया में आने वाली दिक्कतों को रखा।
सीनेटर डा. एचएस गौशल और मनीष वर्मा ने कहा कि पंजाब के गांवों से दाखिला लेने वाले कई विद्यार्थी समय पर स्कॉलरशिप नहीं मिलने के कारण कई विद्यार्थी बीच में ही पढ़ाई छोड़ देते हैं।
रिसर्च स्कॉलर भी खाते हैं धक्के
देश की नंबर वन यूनिवर्सिटी को वैसे तो रिसर्च प्रोजेक्ट के लिए हर साल करोड़ों की ग्रांट मिलती है, लेकिन पीयू के करीब 600 रिसर्च स्कॉलर को कभी भी समय पर स्कॉलरशिप की राशि नहीं मिलती।
पीयू छात्र काउंसिल और रिसर्च स्कॉलर ने कई बार वीसी दफ्तर के सामने धरने भी दिए। काउंसिल प्रधान चंदन राणा ने कहा कि रिसर्च स्कॉलर को कई महीने तक पैसा नहीं मिल पाता।
पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू) और एफिलिएटेड कालेज से पढ़ाई करने वाले गरीब और जरूरतमंद होनहारों के लिए अब कोर्स में दाखिले के साथ ही स्कॉलरशिप का पैसा देने का प्रपोजल तैयार किया जा रहा है।
पीयू के आगामी सत्र से हर साल दिए जाने वाली विभिन्न स्कॉलरशिप के फारमेट में बदलाव करने पर विचार हो रहा है। जल्द ही पीयू की ओर से दी जाने वाली सभी स्कालॅरशिप की पूरी डिटेल अब पीयू की वेबसाइट पर अपडेट होगी।
पीयू में अब विद्यार्थियों के लिए खास स्कॉलरशिप सेल भी बनाया जाएगा। पीयू सीनेट बैठक में फीस बढ़ोतरी पर हुए बवाल के बाद पीयू कुलपति ने स्कॉलरशिप राशि बढ़ाने के प्रस्ताव पर विचार का आश्वासन दिया।
सभी सीनेटर ने एक साथ मिलकर स्कॉलरशिप राशि बढ़ाने की मांग की थी। पीयू यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल (यूबीएस) के प्रोफेसर प्रो.कर्मजीत सिंह ने स्कॉलरशिप की प्रक्रिया में आने वाली दिक्कतों को रखा।
सीनेटर डा. एचएस गौशल और मनीष वर्मा ने कहा कि पंजाब के गांवों से दाखिला लेने वाले कई विद्यार्थी समय पर स्कॉलरशिप नहीं मिलने के कारण कई विद्यार्थी बीच में ही पढ़ाई छोड़ देते हैं।
रिसर्च स्कॉलर भी खाते हैं धक्के
देश की नंबर वन यूनिवर्सिटी को वैसे तो रिसर्च प्रोजेक्ट के लिए हर साल करोड़ों की ग्रांट मिलती है, लेकिन पीयू के करीब 600 रिसर्च स्कॉलर को कभी भी समय पर स्कॉलरशिप की राशि नहीं मिलती।
पीयू छात्र काउंसिल और रिसर्च स्कॉलर ने कई बार वीसी दफ्तर के सामने धरने भी दिए। काउंसिल प्रधान चंदन राणा ने कहा कि रिसर्च स्कॉलर को कई महीने तक पैसा नहीं मिल पाता।