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अगर आप अपने दिन की शुरुआत इडली और सांभर के साथ करना पसंद करते हैं तो आपके लिए बड़ी खुशखबरी है। हाल में हुए एक सर्वेक्षण में पाया गया है कि इडली और सांभर का नाश्ता सबसे सेहतमंद और पोषक भारतीय नाश्ता है।
'इंडिया ब्रेकफास्ट हैबिट्स स्टडी' नामक सर्वेक्षण में महानगरों जैसे दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता आदि में प्रचलित नाश्ते और उनके पोषक तत्वों का अध्ययन किया गया है जिसमें आठ से लेकर 40 साल की आयु तक के 3,600 लोगों की डाइट से संबंधित जानकारी इकट्ठा की गई है।
इस बारे में शोधकर्ता निर्मला निकेतन ने बताया, ''हमारे देश में लोग धीरे-धीरे सेहत के प्रति जागरूक जरूर हो रहे हैं लेकिन अब भी उनके व्यवहार में यह बदलाव पूरी तरह नहीं दिख रहा है। बदलती जीवनशैली की वजह से नाश्ता न करना आज लोगों की आदत में शुमार है। ऐसे में इस शोध के निष्कर्ष बेहद महत्वपूर्ण हैं। सेहतमंद नाश्ते को लेकर लोग गंभीर नहीं होते हैं।''
शोधकर्ताओं ने इडली व सांभर को पोषक इस आधार पर माना है कि इसमें कार्बोहाइड्रेट, एनर्जी, प्रोटीन, फैट्स और कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों की मात्रा के आधार पर माना है।
शोधकर्ताओं का मानना है कि कोलकाता के पारंपरिक भोजन में मैदा अधिक मात्रा में होता है जिसमें कार्बोहाइड्रेट अधिक है और प्रोटीन कम है, वहीं दिल्ली में लोग पराठा खाते हैं जो बहुत ऑयली है जबकि मुंबई के लोग ब्रेड का नाश्ता अधिक करते हैं जिसमें कार्बोहाइड्रेट्स अधिक है।
न्यूट्रिशनिस्ट मीनाक्षी बजाज ने इस बारे में बताया, ''इडली में रागी का इस्तेमाल होता है जिसमें विटामिन बी, फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन और फॉस्फोरस जैसे पोषक तत्व अच्छी मात्रा में है। चावल और उड़द दाल का कांबिनेशन प्रोटीन का अच्छा स्रोत है इसलिए इसे संपूर्ण नाश्ता कह सकते हैं।''
अगर आप अपने दिन की शुरुआत इडली और सांभर के साथ करना पसंद करते हैं तो आपके लिए बड़ी खुशखबरी है। हाल में हुए एक सर्वेक्षण में पाया गया है कि इडली और सांभर का नाश्ता सबसे सेहतमंद और पोषक भारतीय नाश्ता है।
'इंडिया ब्रेकफास्ट हैबिट्स स्टडी' नामक सर्वेक्षण में महानगरों जैसे दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता आदि में प्रचलित नाश्ते और उनके पोषक तत्वों का अध्ययन किया गया है जिसमें आठ से लेकर 40 साल की आयु तक के 3,600 लोगों की डाइट से संबंधित जानकारी इकट्ठा की गई है।
इस बारे में शोधकर्ता निर्मला निकेतन ने बताया, ''हमारे देश में लोग धीरे-धीरे सेहत के प्रति जागरूक जरूर हो रहे हैं लेकिन अब भी उनके व्यवहार में यह बदलाव पूरी तरह नहीं दिख रहा है। बदलती जीवनशैली की वजह से नाश्ता न करना आज लोगों की आदत में शुमार है। ऐसे में इस शोध के निष्कर्ष बेहद महत्वपूर्ण हैं। सेहतमंद नाश्ते को लेकर लोग गंभीर नहीं होते हैं।''
शोधकर्ताओं ने इडली व सांभर को पोषक इस आधार पर माना है कि इसमें कार्बोहाइड्रेट, एनर्जी, प्रोटीन, फैट्स और कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों की मात्रा के आधार पर माना है।
शोधकर्ताओं का मानना है कि कोलकाता के पारंपरिक भोजन में मैदा अधिक मात्रा में होता है जिसमें कार्बोहाइड्रेट अधिक है और प्रोटीन कम है, वहीं दिल्ली में लोग पराठा खाते हैं जो बहुत ऑयली है जबकि मुंबई के लोग ब्रेड का नाश्ता अधिक करते हैं जिसमें कार्बोहाइड्रेट्स अधिक है।
न्यूट्रिशनिस्ट मीनाक्षी बजाज ने इस बारे में बताया, ''इडली में रागी का इस्तेमाल होता है जिसमें विटामिन बी, फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन और फॉस्फोरस जैसे पोषक तत्व अच्छी मात्रा में है। चावल और उड़द दाल का कांबिनेशन प्रोटीन का अच्छा स्रोत है इसलिए इसे संपूर्ण नाश्ता कह सकते हैं।''