जम्मू। कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट की ओर से रविवार को कोरोना महामारी की शांति के लिए शवा माता मंदिर रांजन जंंनडाल में विश्व शांति हवन यज्ञ एवं भंडारा किया गया। यज्ञ में आचार्य विजय शास्त्री ने मंत्रोच्चारण के साथ पूरे विधि विधान से हवन कराया।
ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रोहित शास्त्री ने कहा सर्वविदित है कि सनातन धर्म ने कई बार विश्व को आपदाओं से बचाया है। मंत्र की शक्ति असीम है, जिसे भारतीय ऋषि व साधकों ने बार-बार सिद्ध किया है। कोरोना भारत का कुछ बिगाड़ नहीं सकता, बशर्ते हमारी जीवनशैली प्रकृति आधारित और सांस्कृतिक हो। यज्ञ के मुख्य यजमान एसएसपी मोहन लाल ने कहा कि प्रकृति से विलग जीने और उसके दोहन-शोषण का दुष्परिणाम ही कोरोना के रूप में सामने आया है। कृत्रिम और सुविधाभोगी जीवन रोग को आमंत्रण देता है। यज्ञ और हवन से रोगाणुओं का नाश होता है। यज्ञ के माध्यम से हम विश्व कल्याण की कामना करते हैं। यज्ञ के अंत में उद्योगपति सुनील शर्मा ने कहा कि वर्तमान में जन मानस अनेक समस्याओं से जूझ रहा है। बाढ़़, भूकंप के बाद पूरा विश्व कोरोना संक्रमण के जकड़े में आ गया है। इन सभी समस्याओं से निजात केवल ईश्वर ही दिला सकते है। यज्ञ के माध्यम से वातावरण की शुद्धि तो होती ही है। इससे कोरोना जैसी महामारी से लड़ने की क्षमता भी बढ़़ जाती है। जो लोग यज्ञ में शामिल होकर आहुति देते है। उन पर भगवान की कृपा होती है।
जम्मू। कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट की ओर से रविवार को कोरोना महामारी की शांति के लिए शवा माता मंदिर रांजन जंंनडाल में विश्व शांति हवन यज्ञ एवं भंडारा किया गया। यज्ञ में आचार्य विजय शास्त्री ने मंत्रोच्चारण के साथ पूरे विधि विधान से हवन कराया।
ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रोहित शास्त्री ने कहा सर्वविदित है कि सनातन धर्म ने कई बार विश्व को आपदाओं से बचाया है। मंत्र की शक्ति असीम है, जिसे भारतीय ऋषि व साधकों ने बार-बार सिद्ध किया है। कोरोना भारत का कुछ बिगाड़ नहीं सकता, बशर्ते हमारी जीवनशैली प्रकृति आधारित और सांस्कृतिक हो। यज्ञ के मुख्य यजमान एसएसपी मोहन लाल ने कहा कि प्रकृति से विलग जीने और उसके दोहन-शोषण का दुष्परिणाम ही कोरोना के रूप में सामने आया है। कृत्रिम और सुविधाभोगी जीवन रोग को आमंत्रण देता है। यज्ञ और हवन से रोगाणुओं का नाश होता है। यज्ञ के माध्यम से हम विश्व कल्याण की कामना करते हैं। यज्ञ के अंत में उद्योगपति सुनील शर्मा ने कहा कि वर्तमान में जन मानस अनेक समस्याओं से जूझ रहा है। बाढ़़, भूकंप के बाद पूरा विश्व कोरोना संक्रमण के जकड़े में आ गया है। इन सभी समस्याओं से निजात केवल ईश्वर ही दिला सकते है। यज्ञ के माध्यम से वातावरण की शुद्धि तो होती ही है। इससे कोरोना जैसी महामारी से लड़ने की क्षमता भी बढ़़ जाती है। जो लोग यज्ञ में शामिल होकर आहुति देते है। उन पर भगवान की कृपा होती है।