अवैध रूप से कछुआ और पक्षी भी सीमा पार नहीं ले जाए जा सकते। तस्करों के द्वारा सुपारी और बीड़ी के पैकेट सीमा पार पहुंचाने का भरसक प्रयास होता है, मगर पकड़े जाते हैं। बीएसएफ ये सभी वस्तुएं जब्त कर उन्हें स्थानीय प्रशासन या संबंधित विभाग के हवाले कर देती है। पिछले साल बीएसएफ ने तस्करों के कब्जे से 17688 पक्षी मुक्त कराए थे। इसी तरह बेटल नट 'सुपारी' के 1203655 बंडल और 154004 किलोग्राम दाल जब्त कर ली थी।
बता दें कि ये सब सामान उस सूची से अलग है, जिसमें बीएसएफ द्वारा सीमा पर पशु, हथियार और नशीले पदार्थ पकड़े जाते हैं। एनसीआरबी रिपोर्ट 2019 के अनुसार, अगर सभी केंद्रीय सुरक्षा बलों द्वारा जब्त किए आइटमों की संख्या देखें तो उसमें बीएसएफ नंबर वन पर है। इतना सामान पकड़ा जाता है कि पूरी रसोई खड़ी हो जाए। गत वर्ष सीमा सुरक्षा बल ने 157 कछुए और 55 केकड़े जब्त किए थे।
इनमें कई ऐसी प्रजातियां शामिल थीं, जो लुप्त होने की कगार पर पहुंच चुकी हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इनकी कीमत लाखों-करोड़ों रुपये में आंकी गई है। लगभग 14998 किलोग्राम मछली लेकर सीमा पार जाने का प्रयास करने वाले बीएसएफ से नहीं बच सके।
आटा 33 किलो, बीड़ी के 904574 पैकेट, सिगरेट के 32459 पैकेट, कॉस्मेटिक्स का सामान 292150 (संख्या में), साइकिल 381, सिलेंडर 6 और डीजल 86 लीटर, जब्त किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, खाने पीने का 392552 किलोग्राम सामान पकड़ा गया था।
इसके अलावा फल 8623 किलो, सोना 9 किलो, जूट के बंडल 96, मिट्टी का तेल 9 लीटर, बाइक 251, 3051 लीटर लीटर दूध, मोबाइल फोन 3613, दाल 154004 किलो, चावल 345 किलोग्राम, नमक 3418 किलो, साड़ी 12646, चांदी 42 किलो, सांप 2, चीनी छह किलो, चाय 110196 किलो, 735 बर्तन, वेजिटेबल ऑयल 48 लीटर और 63766 किलो सब्जी जब्त की गई हैं।
बीएसएफ ने अवैध रूप से बांग्लादेश जाते हुए 2638 व्यक्ति, जिनमें महिलाएं एवं बच्चे भी शामिल थे, पकड़े थे। पाकिस्तान जाते हुए 69 लोगों को पकड़ा गया। इसी तरह बांग्लादेश से अवैध तौर पर भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास करते हुए 1351 लोग पकड़े गए, जबकि पाकिस्तान से आने वाले ऐसे 56 लोगों को पकड़ा गया था।