महाराष्ट्र में सत्तापक्ष व विपक्ष के बीच सियासी घमासान थम नहीं रहा है। मंगलवार को राज्य विधानमंडल की बैठक के पहले ही दिन अल्पसंख्यक विकास मंत्री व राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने विधान परिषद के भाजपा सदस्य सुरेश धस और पूर्व विधायक भीमराव धोंडे पर मंदिर और मस्जिद की 513 एकड़ जमीन हड़पने का आरोप लगाया।
मलिक ने आरोप लगाया कि भाजपा राम, विठोबा और खंडोबा की जमीन भी नहीं छोड़ रही है। उन्होंने बीड़ जिले के आष्टी तालुका में सात मंदिरों की 300 एकड़ और दरगाह की 213 एकड़ जमीन पर सांठगांठ कर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस पर प्लॉट काटकर भाजपा नेताओं ने हजारों करोड़ रुपये कमाए। कब्जे का खेल साल 2017 से 2020 तक चला। बीड जिले के नेता राम खाडे ने छह धार्मिक स्थलों की जमीन का घोटाला उजागर करते हुए गृह, राजस्व विभाग और प्रवर्तन निदेशालय से 10 मामलों की शिकायत की है। इस आरोप के जवाब में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने विस्तृत जांच कराने की मांग की।
देशमुख ने सुनवाई टालने का किया था आग्रह, इसलिए लगाया जुर्माना
उधर, 100 करोड़ रुपये की फिरौती वसूली मामले की जांच कर रहे चांदीवाल न्यायिक आयोग ने राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। देशमुख की कानूनी टीम की मामले की सुनवाई टालने की मांग से नाराज आयोग ने जुर्माने की रकम कोरोना के लिए बनाए गए मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कराने का निर्देश दिया है।
चांदीवाल आयोग के समक्ष मामला सुनवाई के लिए आया तो देशमुख की कानूनी टीम ने कहा कि वरिष्ठ वकील व्यस्त हैं, इसलिए सुनवाई टाल दी जाए। आयोग ने देशमुख पर 50 हजार रुपये जुर्माना लगाते हुए सुनवाई बुधवार दोपहर 12:30 बजे तक स्थगित कर दी।
पहले लगाया था 15 हजार रुपये जुर्माना
आयोग ने इस महीने की शुरुआत में भी सुनवाई टालने के अनुरोध पर 15 हजार रुपये जुर्माना लगाया था। इससे पहले, मंगलवार को बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे व देशमुख को कमेटी के सामने जिरह के लिए पेश किया गया। देशमुख की कानूनी टीम के सुनवाई टलवाने के बाद अब बुधवार को सचिन वाजे से जिरह होगी।
विस्तार
महाराष्ट्र में सत्तापक्ष व विपक्ष के बीच सियासी घमासान थम नहीं रहा है। मंगलवार को राज्य विधानमंडल की बैठक के पहले ही दिन अल्पसंख्यक विकास मंत्री व राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने विधान परिषद के भाजपा सदस्य सुरेश धस और पूर्व विधायक भीमराव धोंडे पर मंदिर और मस्जिद की 513 एकड़ जमीन हड़पने का आरोप लगाया।
मलिक ने आरोप लगाया कि भाजपा राम, विठोबा और खंडोबा की जमीन भी नहीं छोड़ रही है। उन्होंने बीड़ जिले के आष्टी तालुका में सात मंदिरों की 300 एकड़ और दरगाह की 213 एकड़ जमीन पर सांठगांठ कर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस पर प्लॉट काटकर भाजपा नेताओं ने हजारों करोड़ रुपये कमाए। कब्जे का खेल साल 2017 से 2020 तक चला। बीड जिले के नेता राम खाडे ने छह धार्मिक स्थलों की जमीन का घोटाला उजागर करते हुए गृह, राजस्व विभाग और प्रवर्तन निदेशालय से 10 मामलों की शिकायत की है। इस आरोप के जवाब में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने विस्तृत जांच कराने की मांग की।
देशमुख ने सुनवाई टालने का किया था आग्रह, इसलिए लगाया जुर्माना
उधर, 100 करोड़ रुपये की फिरौती वसूली मामले की जांच कर रहे चांदीवाल न्यायिक आयोग ने राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। देशमुख की कानूनी टीम की मामले की सुनवाई टालने की मांग से नाराज आयोग ने जुर्माने की रकम कोरोना के लिए बनाए गए मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कराने का निर्देश दिया है।
चांदीवाल आयोग के समक्ष मामला सुनवाई के लिए आया तो देशमुख की कानूनी टीम ने कहा कि वरिष्ठ वकील व्यस्त हैं, इसलिए सुनवाई टाल दी जाए। आयोग ने देशमुख पर 50 हजार रुपये जुर्माना लगाते हुए सुनवाई बुधवार दोपहर 12:30 बजे तक स्थगित कर दी।
पहले लगाया था 15 हजार रुपये जुर्माना
आयोग ने इस महीने की शुरुआत में भी सुनवाई टालने के अनुरोध पर 15 हजार रुपये जुर्माना लगाया था। इससे पहले, मंगलवार को बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे व देशमुख को कमेटी के सामने जिरह के लिए पेश किया गया। देशमुख की कानूनी टीम के सुनवाई टलवाने के बाद अब बुधवार को सचिन वाजे से जिरह होगी।