त्रिपुरा के उनाकोटी, उत्तरी त्रिपुरा और धलाई में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। जिसके चलते सैकड़ों लोगों को बेघर होना पड़ा है। बताया जा रहा है कि इससे एक हजार से भी अधिक परिवार प्रभावित हुए हैं। नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (एनडीआरएफ) की टीम लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए काम कर रही है।
यहां हुई भारी बारिश के बाद जुरी और कोकती नदी के पानी का स्तर बढ़ गया और खतरे के निशान तक आ पहुंचा। तटीय इलाकों में स्थित घरों को खाली कराकर लोगों को नाव आदि की सहायता से राहत शिविरों में पहुंचाया जा रहा है। इसके लिए नौ स्पीड बोट, 40 रेस्क्यू बोटों को भी लगाया गया है।
त्रिपुरा स्टेट रायफल्स (टीएमआर), दमकलकर्मी टीम, जिला और राज्य प्रबंधन राहत एवं बचाव कार्य के लिए जुटे हुए हैं। स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (एसईओसी) की रिपोर्ट के अनुसार 358 लोग उनाकोटि जिले में बेघर हुए हैं, जबकि उत्तरी त्रिपुरा में 381 लोग बेघर हुए हैं।
सबसे प्रभावित धलाई जिला है, कुल मिलाकर करीब 1039 घरों को नुकसान पहुंचा है। राज्य प्रशासन बाढ़ पीड़ितों के लिए खाने, पानी और दवाईयों का प्रबंधन कर रहा है। हालांकि अभी तक मौत की कोई खबर नहीं आई है। अधिकारियों का कहना है कि पानी का स्तर अब कम होता जा रहा है और अगर अगले 24 घंटों के दौरान बारिश नहीं होती है तो स्थिति सामान्य हो जाएगी।
त्रिपुरा के उनाकोटी, उत्तरी त्रिपुरा और धलाई में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। जिसके चलते सैकड़ों लोगों को बेघर होना पड़ा है। बताया जा रहा है कि इससे एक हजार से भी अधिक परिवार प्रभावित हुए हैं। नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (एनडीआरएफ) की टीम लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए काम कर रही है।
यहां हुई भारी बारिश के बाद जुरी और कोकती नदी के पानी का स्तर बढ़ गया और खतरे के निशान तक आ पहुंचा। तटीय इलाकों में स्थित घरों को खाली कराकर लोगों को नाव आदि की सहायता से राहत शिविरों में पहुंचाया जा रहा है। इसके लिए नौ स्पीड बोट, 40 रेस्क्यू बोटों को भी लगाया गया है।
त्रिपुरा स्टेट रायफल्स (टीएमआर), दमकलकर्मी टीम, जिला और राज्य प्रबंधन राहत एवं बचाव कार्य के लिए जुटे हुए हैं। स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (एसईओसी) की रिपोर्ट के अनुसार 358 लोग उनाकोटि जिले में बेघर हुए हैं, जबकि उत्तरी त्रिपुरा में 381 लोग बेघर हुए हैं।
सबसे प्रभावित धलाई जिला है, कुल मिलाकर करीब 1039 घरों को नुकसान पहुंचा है। राज्य प्रशासन बाढ़ पीड़ितों के लिए खाने, पानी और दवाईयों का प्रबंधन कर रहा है। हालांकि अभी तक मौत की कोई खबर नहीं आई है। अधिकारियों का कहना है कि पानी का स्तर अब कम होता जा रहा है और अगर अगले 24 घंटों के दौरान बारिश नहीं होती है तो स्थिति सामान्य हो जाएगी।