Hindi News
›
India News
›
Himachal elections, BJP strictness on one family one ticket
{"_id":"63508e010462e23960339e18","slug":"himachal-elections-bjp-strictness-on-one-family-one-ticket","type":"story","status":"publish","title_hn":"हिमाचल चुनाव: एक परिवार-एक टिकट पर भाजपा सख्त, धूमल का टिकट काट दूसरे दलों को परिवारवाद पर घेरने की तैयारी","category":{"title":"India News","title_hn":"देश","slug":"india-news"}}
हिमाचल चुनाव: एक परिवार-एक टिकट पर भाजपा सख्त, धूमल का टिकट काट दूसरे दलों को परिवारवाद पर घेरने की तैयारी
हिमांशु मिश्र, नई दिल्ली।
Published by: Jeet Kumar
Updated Thu, 20 Oct 2022 05:25 AM IST
सार
लेटेस्ट अपडेट्स के लिए फॉलो करें
परिवारवाद पर घर दुरुस्त करने का सिलसिला पार्टी ने बीते लोकसभा चुनाव के बाद से ही शुरू कर दिया था। इस क्रम में मोदी कैबिनेट में मेनका गांधी-वरुण गांधी में से किसी को जगह नहीं मिली।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में राज्य के दो बार मुख्यमंत्री रहे प्रेम कुमार धूमल का पत्ता साफ कर भाजपा ने पार्टी के अंदर परिवारवाद के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के पिता सुजानपुर और हमीरपुर सीट से दावेदार धूमल को टिकट न देने का फैसला प्रधानमंत्री के स्तर पर लिया गया। दरअसल, लोकसभा चुनाव में परिवारवाद को सबसे बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिशों में जुटी भाजपा इस मामले में अपना घर दुरुस्त करने में जुटी है।
पार्टी की योजना लोकसभा चुनाव से पहले होने वाले विधानसभा चुनाव में परिवारवाद पर सख्त संदेश देने की है। इस क्रम में हिमाचल प्रदेश के बाद गुजरात, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनाव में भी एक परिवार एक टिकट और चुनाव लड़ने के लिए 75 साल के उम्र के पैमाने का सख्ती से पालन किया जाएगा। इसके बाद लोकसभा चुनाव में भी इसी फार्मूले को अपना कर पार्टी राजनीति में परिवारवाद को सबसे बड़ा मुद्दा बनाएगी।
लोकसभा चुनाव के बाद शुरू हुआ सिलसिला
परिवारवाद पर घर दुरुस्त करने का सिलसिला पार्टी ने बीते लोकसभा चुनाव के बाद से ही शुरू कर दिया था। इस क्रम में मोदी कैबिनेट में मेनका गांधी-वरुण गांधी में से किसी को जगह नहीं मिली। पार्टी ने मजबूरी में 75 वर्ष उम्र के पैमाने पर खरा न उतरने वाले बीएस येदियुरप्पा को कर्नाटक का सीएम बना तो दिया, मगर बाद में उनकी विदाई हो गई।
हालिया उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में रिकार्ड तोड़ जीत हासिल करने वाले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह को मंत्री नहीं बनाया गया। पार्टी राजस्थान में वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री पद का चेहरा नहीं बनाने जा रही है।
भाजपा को क्यों लगता है लाभ का मुद्दा?
वाम दलों, जदयू और बीजेडी को छोड़ दें तो कांग्रेस व सभी क्षेत्रीय दलों में वंशवाद और परिवारवाद चरम पर है। ज्यादातर क्षेत्रीय दल तो एक परिवार विशेष तक ही सीमित हैं। ऐसे में भाजपा को लगता है कि यह मुद्दा उसे सियासी लाभ दे सकता है।
62 प्रत्याशी घोषित, एक मंत्री और 11 विधायकों के टिकट कटे
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने बुधवार को 62 प्रत्याशियों के टिकट घोषित कर दिए। जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर समेत 11 विधायकों के टिकट कट गए हैं, जबकि दो मंत्रियों के हलके बदले गए हैं। भाजपा हाईकमान ने महेंद्र सिंह का टिकट काटकर उनके बेटे रजत ठाकुर को दिया है।
विज्ञापन
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज का हलका शिमला से बदलकर कसुम्पटी और राकेश पठानिया का नूरपुर से फतेहपुर किया है। घोषित प्रत्याशियों में पांच महिलाएं और 17 नए उम्मीदवार शामिल हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News apps, iOS Hindi News apps और Amarujala Hindi News apps अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
विज्ञापन
विज्ञापन
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।