उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर एक वाहन में विस्फोटक सामग्री मिलने और कारोबारी मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में पूर्व पुलिस अधिकारी प्रदीप शर्मा भी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के घेरे में हैं।
एनआईए ने बृहस्पतिवार को दूसरे दिन ‘मुठभेड़ विशेषज्ञ’ कहे जाने वाले शर्मा को बयान दर्ज कराने के लिए तलब किया। सूत्रों का कहना है कि निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे ने एनआईए की पूछताछ में शर्मा का नाम लिया है। ऐसे में दोनों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जा सकती है।
प्रदीप शर्मा बृहस्पतिवार को दोपहर में दक्षिण मुंबई स्थित एनआईए कार्यालय पहुंचे। इससे पहले एनआईए ने बुधवार को शर्मा से सात घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी।
सूत्रों ने बताया कि एनआईए शर्मा के कुछ सवालों के जवाब से संतुष्ट नहीं है, इसलिए बृहस्पतिवार को उन्हें दोबारा तलब किया गया। दरअसल, एनआईए शर्मा के माध्यम से वाजे के वसूली गैंग की साजिश का लिंक खंगाल रही है। मनसुख की हत्या मामले में एटीएस की जांच के दौरान प्रदीप शर्मा की कुछ जगहों पर मौजूदगी एनआईए को खटक रही है।
यह भी कहा जा रहा है कि मनसुख की हत्या के दो दिन पहले यानि दो मार्च को प्रदीप शर्मा पुलिस आयुक्तालय स्थित क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट (सीआईयू) प्रमुख रहे सचिन वाजे से मिलने गए थे।
वहीं, मीडिया रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि मनसुख की हत्या के दिन सजायाफ्ता कांस्टेबल विनायक शिंदे ने चार मार्च को जिस सिमकार्ड का इस्तेमाल किया था उस सिमकार्ड का लोकेशन तीन मार्च को अंधेरी में था। प्रदीप शर्मा अंधेरी में ही रहते हैं।
दूसरी ओर, वाजे ने एनआईए को बताया कि एंटीलिया के आसपास भी शर्मा उसके साथ मौजूद थे। हालांकि, एनआईए ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। वहीं, बृहस्पतिवार को सचिन वाजे को सर जेजे हॉस्पिटल में एक बार फिर स्वास्थ्य जांच के लिए ले जाया गया। एनआईए ने वाजे को 13 मार्च को गिरफ्तार किया गया था और 9 अप्रैल तक एनआईए की हिरासत में है।
सीबीआई एंटीलिया केस के दस्तावेज के लिए एनआईए कोर्ट पहुंची
सीबीआई ने बृहस्पतिवार को एंटीलिया विस्फोटक मामले की जांच से संबंधित दस्तावेजों को हासिल करने के लिए एनआईए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। जांच एजेंसी इस मामले में राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर वाजे से पूछताछ करेगी। विशेष कोर्ट इस मामले में शुक्रवार को सुनवाई करेगी।
सीबीआई ने 100 करोड़ वसूली के मामले में वाजे-परमवीर सिंह से की पूछताछ
मुंबई पुलिस के जूनियर अफसरों को 100 करोड़ की वसूली का लक्ष्य देने के मामले में सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है। सीबीआई की टीम ने बृहस्पतिवार को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह को कालीना के डीआरडीओ गेस्ट हाऊस में बुलाकर पूछताछ की।
सिंह के अलावा सीबीआई ने एसीपी संजय पाटिल और एड. जयश्री पाटिल का भी बयान दर्ज किया। मामले में जयश्री पाटिल ने अनिल देशमुख के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। उनकी याचिका पर हाईकोर्ट ने मामले की सीबीआई जांच का आदेश दिया है। जबकि संजय पाटिल मुंबई पुलिस की समाजसेवा शाखा के सहायक आयुक्त हैं।