फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माई बुर्का' के बाद मलयाली फिल्म 'का बॉडीस्केप्स' को भी सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया गया है। सेंसर बोर्ड का कहना है कि ये फिल्म लेस्बियन, बाइसेक्शुअल, ट्रांसजेंडर और महिलाओं से जुड़े संवेदनशील मुद्दों पर आधारित है। साथ ही इस फिल्म में हिंदू धर्म का मजाक बनाया गया है और महिलाओं को मास्टरबैट करते दिखाया गया है। इस बारे में शुक्रवार को सेंसर बोर्ड के चेयरपर्सन पहलाज निहलानी ने एक बयान जारी किया है।
निहलानी ने कहा, 'बहुत सारी फिल्में पास होने लायक नहीं हैं और वो किसी भी कीमत पर पास नहीं होंगी। हर किसी को सर्टिफिकेट ना देने का कारण कैमरे पर नहीं बता सकते।'
पिछले दिनों फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माई बुर्का' को सेंसर बोर्ड ने सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया था। सेंसर बोर्ड ने दलील दी थी कि फिल्म में महिलाओं की गलत छवि दिखाई गई है। साथ ही उसमें अश्लीलता की भरमार है।