पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
नई दिल्ली। जयपुर में प्लॉट देने का झांसा देकर ठगी के आरोप में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने नामी कंपनी के बिल्डर को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान जयपुर निवासी अनिल कुमार शर्मा (40) के रूप में हुई है। आरोपी ए क्लास प्रोप बिल्ड प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी का चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर है। प्रोजेक्ट शुरू करने के नाम पर वह लोगों से बुकिंग की रकम लेकर फरार हो गया। गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
आर्थिक अपराध शाखा के संयुक्त आयुक्त डॉ. ओपी मिश्रा ने बताया कि दिल्ली निवासी गुरजीत सिंह मदान व अन्य ने संयुक्त रूप से ठगी की शिकायत दी थी। शिकायत में इन लोगों ने बताया कि 2012 में एसएस आनंद अल्टीमा बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा एनएच-8 आशियाना एन्क्लेव में अलग-अलग साइज के प्लॉट बेचने का विज्ञापन इन लोगों ने देखा था। इसके बाद गुरजीत व 17 अन्य लोगों ने प्लॉट बुक कराया। कंपनी का दिल्ली में दफ्तर विशाल टॉवर, जनकपुरी डिस्ट्रिक्ट सेंटर में था। पीड़ितों ने करीब 38 लाख रुपये बुकिंग की राशि जमा करा दी, लेकिन काफी समय बीतने के बाद कंपनी ने कोई रिस्पांस नहीं दिया। शिकायत के बाद ईओडब्ल्यू ने वर्ष 2018 में ठगी की शिकायत दर्ज कर ली। पुलिस ने कंपनी के खातों की जांच करवाई तो रकम अनिल कुमार के खातों में ट्रांसफर हुई थी।
इसके अलावा सरकारी एजेंसियों से पड़ताल की गई तो पता चला कि आशियाना एन्क्लेव प्रोजेक्ट के नाम से किसी भी परियोजना को मंजूरी नहीं दी गई थी। जांच के बाद पुलिस ने अनिल को जांच में शामिल होने के लिए कई नोटिस भेजे, लेकिन वह जांच में शामिल नहीं हुआ। छानबीन के बाद पुलिस ने मंगलवार को जयपुर से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
नई दिल्ली। जयपुर में प्लॉट देने का झांसा देकर ठगी के आरोप में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने नामी कंपनी के बिल्डर को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान जयपुर निवासी अनिल कुमार शर्मा (40) के रूप में हुई है। आरोपी ए क्लास प्रोप बिल्ड प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी का चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर है। प्रोजेक्ट शुरू करने के नाम पर वह लोगों से बुकिंग की रकम लेकर फरार हो गया। गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
आर्थिक अपराध शाखा के संयुक्त आयुक्त डॉ. ओपी मिश्रा ने बताया कि दिल्ली निवासी गुरजीत सिंह मदान व अन्य ने संयुक्त रूप से ठगी की शिकायत दी थी। शिकायत में इन लोगों ने बताया कि 2012 में एसएस आनंद अल्टीमा बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा एनएच-8 आशियाना एन्क्लेव में अलग-अलग साइज के प्लॉट बेचने का विज्ञापन इन लोगों ने देखा था। इसके बाद गुरजीत व 17 अन्य लोगों ने प्लॉट बुक कराया। कंपनी का दिल्ली में दफ्तर विशाल टॉवर, जनकपुरी डिस्ट्रिक्ट सेंटर में था। पीड़ितों ने करीब 38 लाख रुपये बुकिंग की राशि जमा करा दी, लेकिन काफी समय बीतने के बाद कंपनी ने कोई रिस्पांस नहीं दिया। शिकायत के बाद ईओडब्ल्यू ने वर्ष 2018 में ठगी की शिकायत दर्ज कर ली। पुलिस ने कंपनी के खातों की जांच करवाई तो रकम अनिल कुमार के खातों में ट्रांसफर हुई थी।
इसके अलावा सरकारी एजेंसियों से पड़ताल की गई तो पता चला कि आशियाना एन्क्लेव प्रोजेक्ट के नाम से किसी भी परियोजना को मंजूरी नहीं दी गई थी। जांच के बाद पुलिस ने अनिल को जांच में शामिल होने के लिए कई नोटिस भेजे, लेकिन वह जांच में शामिल नहीं हुआ। छानबीन के बाद पुलिस ने मंगलवार को जयपुर से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।